सिरसा: जिले के नटार गांव के संदीप कुमार को सीवर में गिरे आज दस दिन हो गए हैं, लेकिन संदीप कुमार नहीं मिला है. संदीप को ढूंढने के लिए प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है. वहीं NDRF को एक हफ्ते में कोई सफलता नहीं मिलने के बाद कल शाम को वापस लौट गए.
एनडीआरएफ की टीम के लौटने के बाद भी प्रशासन और ग्रामीणों की तरफ से अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक संदीप कुमार की बॉडी नहीं मिलती तब तक वो सीवर में गिरे संदीप उर्फ काला सिंह की तलाश जारी रखेंगे. फिलहाल सीवर लाइन से मलवा निकालने का काम जारी है.
14 अगस्त दिन शुक्रवार को संदीप की डेड बॉडी निकालने के लिए एनडीआरएफ की 12 सदस्यीय टीम पहुंची था. टीम ने आते ही ने मोर्चा संभाला और रेस्क्यू का काम शुरू हुआ. टीम ने जिस मेन होल में संदीप गिरा था. वहां से लेकर आगे पांच मेन होल में अपने रेस्क्यू कर्मियों को एक, एक करके आक्सीजन सिलेंडर के साथ उतारा, लेकिन मैनहोल में जहरीली गैसों की मात्रा इतनी अधिक थी कि बचाव कर्मी ज्यादा समय तक उसमें ठहर नहीं सके. बचाव कर्मियों ने सीवरेज में जाकर कस्सी से खुदाई भी की, लेकिन कुछ पता नहीं चला.
कब हुआ था हादसा?
12 अगस्त दिन बुधवार रात साढ़े सात बजे गांव नटार निवासी संदीप उर्फ काला और पूर्णचंद खेतों में सिंचाई कर रहे थे. संदीप ने सीवरेज के मैनहोल में पंप लगाकर पानी खेतों को लगाया जा रहा था. इसी दौरान पाइप लाइन में पानी कम होने पर संदीप सीवरेज टैंक में उतर गया. गैस चढ़ने से वह बेसुध होकर नीचे गिर गया. उसे निकालने के लिए पूर्णचंद भी सीवरेज होल में दाखिल हो गया, लेकिन वह भी बाहर आते-आते सीढ़ियों पर बेसुध होकर लुढ़क गया. ग्रामीणों ने रस्सा डाल कर उसे बाहर निकाला। पूर्णचंद ने पिछले शुक्रवार को हिसार में दम तोड़ दिया. जबकि संदीप का 10 दिन बाद भी कुछ पता नहीं लगा.
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