सिरसा: शहर के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में चल रहा पक्का मोर्चा धरना 13 वें दिन में प्रवेश हो गया है. किसानों की मांग है की उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और बिजली मंत्री रणजीत सिंह तुरन्त प्रभाव से किसानों का समर्थन करते हुए अपने पदों से इस्तीफा दें.
वहीं आज किसान संघर्ष समिति हरियाणा और पंजाब संगठनों के सांझे मोर्चा के नेता किसानों के धरने में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा की किसानों के हकों की लड़ाई पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान मिलकर लडेंगे.
किसानों ने पंजाब सरकार को घुटने टेकने को किया मजबूर
किसान नेता ने बताया कि काफी लंबे समय से हमारे किसान सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहे है. सरकार द्वारा किसानों के लिए जो तीन काले कानून बनाए गए हैं वो किसानों की मौत के वारंट के बराबर हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब का किसान पिछले पांच महीनों से इन तीन काले कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, पंजाब के किसानों की लंबी लड़ाई ने पंजाब सरकार को घुटने टेकने को मजबूर कर दिया है और ये लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक भारतीय जनता पार्टी भी घुटने नहीं टेक देती.
25 नवंबर को दिल्ली घेराव की चेतावनी
किसान सभा पंजाब के जर्नल सेक्रेटरी कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पंजाब और हरियाणा का किसान ही काफी नहीं बल्कि पूरे भारत के किसानों को एकजुट होना पड़ेगा.
उन्होंने 25 नवंबर को लाखों किसानों द्वारा दिल्ली का घेराव करने की बात कही है और देश के किसानों से उनका समर्थन मांगा है. आपको बता दें कि हरियाणा के किसानों को समर्थन देने के लिए पंजाब की संघर्ष समिति 31 जत्थेबंधियों के साथ सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में पहुंचे थे.
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