सिरसा: वारिस पंजाब दे संगठन प्रमुख अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस लगातार दबिश दे रही है. जिसको लेकर पंजाब में इंटरनेट सेवा को बैन किया गया है. इसी के साथ सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसका असर हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है. रविवार को मोरीवाला गांव सिरसा में अमृतपाल के समर्थन में लोगों ने नेशनल हाइवे नंबर 9 पर रोड जाम करने की कोशिश की. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को प्रदर्शन करने से रोका.
इस दौरान पुलिस ने करीब 60 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. हिरासत में लिए गए सभी लोगों को सिरसा पुलिस लाइन लाया गया. इसकी सूचना जैसे ही सिख संगत को मिली, तो काफी संख्या में सिख समाज के लोग पुलिस लाइन सिरसा पहुंचे और हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग की. सिरसा के एसपी डॉक्टर अर्पित जैन ने सिख समाज और दूसरे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है. सिरसा पुलिस ने दावा किया है कि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है.
सिख नेता लखविंदर सिंह ने पंजाब में अमृतपाल की गिरफ्तारी के प्रयास की निंदा करते हुए कहा कि अमृतपाल के मामले में पंजाब में दहशत का माहौल बनाया गया है. उन्होंने कहा कि सिख समाज के लोगों ने ही देश को आजाद करवाने में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन आज उन्हें खालिस्तानी कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज अमृतपाल के समर्थन में उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके चलते उनके काफी साथियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन और हरियाणा सरकार से जल्द से जल्द सभी साथियों को रिहा किया जाए. वहीं अमृतपाल के मामले को लेकर सिरसा के एसपी डॉक्टर अर्पित जैन ने कहा कि इस मामले को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. किसी भी व्यक्ति को माहौल नहीं बिगाड़ने दिया जाएगा. पंजाब के साथ लगते सिरसा बॉर्डर पर नाकेबंदी की गई है. 5 विशेष नाकों सहित जिला में 16 जगहों पर नाकेबंदी की गई है. सशस्त्र जवानों की नाकों पर तैनाती की गई है.