सिरसा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल फॉर वोकल अभियान को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी अपनाने के लिए लोगों से आह्वान किया था. इसी कड़ी में हरियाणा के सिरसा में स्वदेशी सामान की ओर लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए सेवा भारती संगठन ने कदम बढ़ाया है. इससे न केवल चाइनीज सामान पर निर्भरता कम होगी, बल्कि महिलाओं और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.
दरअसल, दिवाली के मौके पर इलेक्ट्रिक लड़ियों का खूब प्रयोग होता है, लेकिन ये लड़ियां चीन से लाई जाती हैं. वहीं अब चीन के सामान का बहिष्कार किया जा रहा है. इसी के चलते सेवा भारती संस्था ने युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इलेक्ट्रिक लड़ियां बनाने का प्रशिक्षण दिया, और फिर लड़ियां बनवाना शुरू किया ताकि जनता को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके.
संस्था के जिला सचिव अविनाश चंद्र ने बताया कि 1 अक्टूबर से लड़ियां बनाने का काम शुरू किया था. इसके लिए सबसे पहले घर-घर जाकर इसके बारे में लोगों को बताया गया. शुरुआत में सिर्फ 5 परिवारों के बच्चे ही आए, लेकिन फिर धीरे-धीरे कड़ी जुड़ती गई और अब करीब 37 बच्चों को ट्रेंड किया जा चुका है.
इस पहल से एक तरफ जहां चीनी सामान पर निर्भरता कम हो रही है तो वहीं रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं. साथ ही काम करने के लिए समय की बाध्यता भी नहीं हैं जिसके चलते पढ़ाई करने वाले युवा भी ये काम कर रहे हैं. युवा छात्रों ने बताया कि स्कूल-कॉलेज बंद होने के चलते काफी समय खाली रहते थे. ऐसे में ये काम करके एक नई स्किल सीखी और पैसे भी कमाए.
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बेशक सेवा भारती संस्था की ये पहल वाकई में काबिले तारीफ है क्योंकि इस एक पहल से कई काम हो रहे हैं. एक तो चीनी सामान पर निर्भरता कम हो रही है, साथ ही रोजगार मिल रहा है, और भारत आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है.