सिरसा: हरियाणा की सिरसा पुलिस ने नशे के सौदागरों की कमर तोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. इसी के चलते पन्नीवाला मोरिकां गांव के रहने वाले नशा तस्कर सुखंदर सिंह की साढ़े तीन करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली (Drug smuggler property attached in Sirsa) गई है. तस्कर ने ये संपत्ति नशा बेचकर अर्जित की थी. अटैच की गई इस संपत्ति को आने वाले दिनों में नीलाम किया जाएगा. सुखंदर पर साल 2008 से अब तक करीब 12 अफीम व डोडा पोस्त तस्करी के मामले दर्ज है.
सिरसा के एसपी डॉक्टर अर्पित जैन ने बताया कि अभी नशा तस्कर के परिवार के पास ट्रिब्यूनल में अपील करने का एक मौका है. अगर वहां पर भी फैसला वही रहता है तो उनकी संपत्ति नीलाम कर दी जाएगी. डॉक्टर अर्पित जैन ने बताया कि पन्नीवाला मोरिकां गांव का रहने वाला तस्कर और उसके परिवार द्वारा नशे से कमाई गई करोड़ों रूपये की सम्पति को अटैच कर कॉम्पिटेंट अथॉरिटी दिल्ली से कन्फर्म करवाने में सफलता हासिल की है.
एसपी ने बताया कि सुखमंदर सिंह के खिलाफ पहली बार 2003 में नशा बेचने का केस दर्ज हुआ था. यह पिछले 25 साल से सिरसा में नशा तस्करी (Drug Smuggling In Sirsa) में लगा हुआ था. सुखमंदर के अलावा उसके दोनों बेटे भी पिता के साथ नशा तस्करी करने लगे. उसके दोनों बेटे दीप और दलजीत के खिलाफ नशा तस्करी के कई मामले दर्ज हैं. यह परिवार अफीम और चूरापोस्त का नशा बेचने का कार्य करता रहा हैं. नशा बेचकर इन लोगों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई.
उन्होंने बताया कि पन्नीवाला मोरिकां के रहने वाले सुखमंदर सिंह उसके दो बेटो सहित पत्नी के नाम प्लॉट, बैंक बैलेंस और एक गाड़ी की एक रिपोर्ट बना कर कॉम्पिटेंट अथॉरिटी दिल्ली को भेजी गई थी जिसे कन्फर्म कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि कुल एक करोड़ 42 लाख की संपत्ति है जिसकी बाजार कीमत इस वक्त लगभग साढ़े तीन करोड़ रूपये है.
एसपी ने बताया कि तकरीबन 18 ऐसे और नशा तस्कर हैं जिन्हे चिन्हित किया गया है. सभी की जांच जारी है. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के ऐसे कदम से नशा तस्करों में एक संदेश जाएगा क्यूंकि कोई भी व्यक्ति ऐसे काम सिर्फ पैसे के लिए करता है. यदि इस प्रकार की कार्रवाई होती है तो नशा तस्करों की कमर टूटेगी.