सिरसा: जिले के कई गांवों में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना का संक्रमण ग्रामीणों को तेजी से निशाना बना रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का ज्यादा ध्यान कोरोना मरीजों के ट्रीटमेंट पर है, लेकिन उन मरीजों का क्या जो अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं. इसी को जानने के लिए ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने सिरसा के ख्वाजा खेड़ा गांव का जायजा लिया.
ख्वाजा खेड़ा के एक युवक ने बताया की उनके पिता कैंसर से पीड़ित हैं. अभी कोरोना के कारण हालत ये है कि शहर जाकर इलाज नहीं करवा पा रहे. अगर अस्पताल जाते भी हैं तो पर्ची की लाइन में 2-2 घंटे लग जाते हैं. उन्होंने बताया कि गांव में आरएमपी डॉक्टर हैं उन्हीं के सहारे गांव वासियों का इलाज चल रहा है.
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युवक ने बताया की गांव में सरकार द्वारा किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है. गांव में ना तो कोई डिस्पेंसरी है और ना ही कोई अस्पताल है. एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग महिला की तबियत काफी खराब हो गई, लेकिन कोरोना महामारी के कारण उन्हें अस्पताल नहीं ले जा पाए और घर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
ख्वाजा खेड़ा गांव की सरपंच कंवलजीत कौर ने बताया कि आरएमपी डॉक्टर ग्रामीणों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि गांव में कोई भी अस्पताल या क्लिनिक नहीं है. इसलिए ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि कोरोना के अलावा जो लोग दूसरी बीमारियों से पीड़ित हैं उन्हें खासी परेशानी हो रही है.
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