फतेहाबाद: हरियाणा के एससी-एसटी कमीशन के चेयरमैन रविंद्र बलियाला बुधवार को फतेहाबाद पहुंचे थे, जहां उपायुक्त और एसपी के साथ उनका संवाद होना था. चेयरमैन रविंद्र बलियाला बैठक के लिए इंतजार करते रहे लेकिन पुलिस-प्रशासन के अधिकारी वहां नहीं पहुंचे. इससे नाराज रविंद्र बलियाला भड़क गये. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ नियम पूर्वक कार्रवाई की जायेगी.
जिलावार संवाद कार्यक्रम में नहीं पहुंचे कोई अधिकारी: हरियाणा अनुसूचित जाति आयोग की ओर से प्रदेश की अनुसूचित जातियों की समस्याओं के समाधान के लिए जिलावार संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में लोगों की शिकायतों पर सुनवाई की जाती है, जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहते हैं. लेकिन बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. उन्होंने अपने निचले स्तर के कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी, जिससे चेयरमेन भड़क गए. रविंद्र बलियाला ने कहा कि, मुझे लगता है कि फतेहाबाद का डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी अनुसूचित जाति के लोगों की शिकायत के लिए गंभीर नहीं है. हरियाणा सरकार ने जिस उद्देश्य से आयोग का गठन किया है, वह फतेहाबाद में पूरा नहीं हो रहा है.
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी: उन्होंने बताया कि रतिया के लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस में जनसुनवाई कार्यक्रम में रखा गया था, लेकिन इसमें अधिकारियों ने विभागों के क्लर्क भेज दिए. एसडीएम भी नहीं पहुंचे. उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि डीएसपी जो अनुसूचित जाति के मामलों का आईओ होता है, वो भी नहीं पहुंचे. मुझे लगता है कि सरकार को इन्होंने चैलेंज किया है, सरकार की नीतियों को चैलेंज किया है. अधिकारियों के इस रवैये को लेकर आयोग अपने आपको हरेस महसूस करता है. आयोग ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. आयोग के अधिकार में ऐसे मामलों से निपटने के लिए कई तरह की पावर्स हैं, उनका उपयोग करते हुए इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.