फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में साइबर अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला NIT फरीदाबाद थाना क्षेत्र का है, जहां कस्टम अधिकारी बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है. विदेश में गैर कानूनी सामान जाने के नाम पर पीड़ित व्यक्ति से 1 लाख 10 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. इस मामले में साइबर थाना NIT की टीम ने दो आरोपियों को बीकानेर राजस्थान से गिरफ्तार किया है.
3 अक्टूबर को हुआ था फ्रॉड: पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि राजस्थान के बीकानेर निवासी रोहित गौड और नागौर जिले के जांगू निवासी मनीष को बीकानेर से गिरफ्तार किया है. 4 अक्टूबर 2024 को NIT में रहने वाले एक व्यक्ति ने मामला दर्ज करवाया था. पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि 3 अक्टूबर को शिकायतकर्ता के पास कस्टम डिपार्टमेंट का कॉल आया. फोन करने वाले ने कहा कि कुछ गैर कानूनी सामान देश के बाहर जा रहा है जिसमें एटीएम और पासपोर्ट में कुछ अन्य सामान है. अगर यह सामान शिकायतकर्ता ने नहीं भेजा है तो वह मुंबई कस्टम विभाग में आकर अपनी शिकायत करें वरना उसके खिलाफ पुलिस शिकायत की जाएगी.
गिरफ्तारी का डर दिखा कर की गई ठगी: ठग ने नकली मुंबई अंधेरी पुलिस स्टेशन से बात कराई और व्हाट्सएप पर ठग ने अपने खुद को पुलिस का DCP बताया और कहा कि शिकायतकर्ता के आधार कार्ड से बहुत सारे गैर कानूनी धंधे हैं. नकली डीसीपी ने शिकायतकर्ता को अरेस्ट का डर दिखाकर 1,10,000 रुपये की ठगी की. इसके बाद पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. इस संबंध में पीड़ित ने थाना साइबर NIT फरीदाबाद में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया.
साइबर ठगों को भाड़े पर देता था खाता: पीड़ित के आवेदन पर साइबर पुलिस टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी रोहित खाताधारक है जिसके खाते में ठगी के 95000 रुपए प्राप्त हुए थे. रोहित ने अपना खाता आगे कमीशन पर दिया था. आरोपी मनीष खाता उपलब्ध करने वाला है, जिसने कमीशन पर आगे खाता उपलब्ध कराया था. दोनों आरोपियों को मामले में पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा.