सिरसा: 1 दिसंबर से हाईवे पर बने टोल को क्रॉस करने के लिए आपकी गाड़ी पर फास्टैग स्टीकर लगाना अनिवार्य हो जाएगा. जैसे-जैसे 1 दिसंबर नजदीक आ रहा है. टोल्स पर भीड़ जुटना शुरू हो गई है. अपने वाहनों पर फास्टैग लगाने के लिए लोगों का तांता लगना शुरू हो गया है. सिरसा के भावदीन टोल प्लाजा पर लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है.
1 दिसंबर से शुरू होगा फास्टैग
टोल पर पहुंच रहे लोगों का कहना है की फास्टैग ठीक है. इससे समय की बचत होगी. लेकिन एक समस्या ये है कि जिन लोगों को डिजिटल पेमेंट के बारे में जानकारी नहीं है. उनको इससे सबसे ज्यादा दिक्कत होगी.
फास्टैग यूज करने में परेशानी
बहुत से लोगों का कहना है कि फास्टैग सिस्टम डिजिटल पेमेंट से कनेक्ट है, लेकिन जिन लोगों को डिजिटल पेमेंट करनी नहीं आती वो क्या करेंगे ? पहले सरकार को लोगों को इसके बारे में जानकारी देनी चाहिए. साथ ही लोगों को इसको कैसे चलाना है, इसके बारे में ट्रेनिंग देनी चाहिए. वहीं कुछ लोगों ने एक सप्ताह पहले ही फास्टैग बनवा लिया था. लेकिन वो अभी तक एक्टिवेट नहीं हुआ है. ऐसे में उनको दिक्कत आ रही है.
ये भी पढ़ें:- नूंह पर बरसात ने किया बड़ा एहसान, बिन मौसम की बारिश से खिले किसानों के चेहरे!
फास्टैग क्या है?
फास्टैग यह एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टैग है जिसे वाहन के विंडशील्ड पर लगाया जाता है, ताकि गाड़ी जब टोल प्लाजा से गुजरे तो प्लाजा पर मौजूद सेंसर फास्टैग को रीड कर सके. वहां लगे उपकरण ऑटोमैटिक तरीके से टोल टैक्स की वसूली कर लेते हैं. इससे वाहन चालकों के समय की बचत होती है.
देश में फास्टैग से टैक्स वसूली
एनपीसीआई के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में देश के 537 टोल प्लाजा पर फास्टैग के जरिए टोल टैक्स की वसूली की जा रही है.