सिरसा: जिले की राजस्थान सीमा से सटे गांव खेड़ी में एक बार फिर से टिड्डी दल को देखा गया. टिड्डी दल को लेकर कृषि विभाग पहले ही सतर्क था और लगातार राजस्थान के कृषि अधिकारियों से संपर्क साधे हुए है. जैसे ही कृषि विभाग को सूचना मिली तो अधिकारी मोके पर पहुंच गए और रात में टिड्डियों का मार गिराया. सुबह कृषि विभाग के अधिकारियों ने बॉर्डर के साथ लगते गांव का दौरा किया.
मीडिया को जानकारी देते हुए कृषि उपनिदेशक बाबूलाल ने बताया कि पिछले काफी दिनों से राजस्थान की सीमा पर टीडी दल सक्रिय है और हवा के रुख के साथ अपना रास्ता बदल रहा है. देर रात को भी सूचना मिली कि टिड्डी दल राजस्थान बॉर्डर के साथ लगते गांवों में देखा गया. कृषि विभाग की ओर से अभियान चलाया गया और टिड्डियों को मार दिया गया.
उन्होंने बताया कि हवा के रुख के कारण बार-बार टिड्डी दल इलाके में सक्रिय हो रहा है. साथ ही उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान पूरी सावधानी बरतें और टिड्डियों को दिन के समय बैठने न दें. ढोल, थाली बजाकर टिड्डियों को खेतों से उड़ाने का प्रयास करें.
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आपको बता दें कि जिले में पिछले 11 जुलाई को राजस्थान से ही सिरसा जिले में टिड्डी दल प्रवेश कर गया था. करीब डेढ़ दर्जन गांवों की 800 एकड़ कॉटन और धान की फसल को नुकसान पहुंचा था. कृषि विभाग की टीम ने सर्वे करके डीसी को रिपोर्ट सौंप दी थी. कृषि विभाग के मुताबिक पाकिस्तान से आया टिड्डी दल पिछले 1 सप्ताह से राजस्थान की नोहर तहसील के आसपास घूम रहा है. यहां से सिरसा जिला की दूरी केवल 40 किलोमीटर है. केवल 1 घंटे में सिरसा जिला में दल प्रवेश कर सकता है. अधिकारियों के मुताबिक टिड्डीदल 2 किलोमीटर लंबा चौड़ा है.