सिरसा: चुनावी मौसम में फिर डेरा सच्चा सौदा को अपने पाले में करने की कोशिश तेज हो गई है. सभी पार्टियां डेरे का समर्थन पाने की कोशिश में हैं. नेता किसी ना किसी बहाने से डेरे की दर पर जा तो रहे हैं लेकिन सभी इसे राजनीति से दूर बता रहे हैं.
कांग्रेस से लेकर जेजेपी और इनेलो तक हर कोई डेरे की दर पर जा चुका है. इस बार मौका डेरा सच्चा सौदा की स्थापना दिवस का था. ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर की पत्नी अवंतिका तंवर और इनेलो विधायक रामचंदर कम्बोज नाम चर्चा में पहुंचे. अवंतिका तंवर ने कहा कि वो पहले भी कई बार डेरे के कार्यक्रम में शामिल हो चुकी है. वो किसी राजनीतिक स्वार्थ के चलते यहां नहीं आई हैं. वही इनेलो विधायक भी ऐसा ही राग गाते नजर आए.
कांग्रेस और इनेलो के अलावा जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और सिरसा से इनेलो उम्मीदवार निर्मल सिंह मल्हड़ी भी स्थापना दिवस के मौके पर संगत में शामिल हुए थे. उस वक्त उन्होंने भी इसे राजनीति से दूर नीजि बताया था. यहां पर सवाल ये है कि डेरे की ओर से आए दिन ऐसे कार्यक्रम होते रहते हैं फिर क्यों चुनावी मौसम में ही नेता डेरे का रुख करते हैं? क्या इससे साफ नहीं होता कि वो अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए डेरे की दर पर आ रहे हैं. साथ ही राम रहीम के जेल जाने के बाद भी क्या डेरे का समर्थन किसी पार्टी की जीत या हार पर फर्क डाल सकता है ? अगर नहीं तो फिर क्यों चुनावी मौसम में नेता डेरा सच्चा सौदा का कूच कर रहे हैं ?