ETV Bharat / state

सास के कहने पर 40 बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रही सिरसा की ये बहू

सिरसा के इस गांव में बहू सास के कहना पर बच्चों को फ्री में पढ़ा रही हैं. बच्चों की कॉपी किताब भी ये बहू पशु पालन करके दिलाती हैं.

lady educate students in sirsa village bakriyanwali
सिरसा का ऐसा गांव, जहां सास के कहने पर बहू ने उठाया फ्री एजुकेशन का बीड़ा
author img

By

Published : Oct 23, 2020, 7:34 PM IST

Updated : Oct 23, 2020, 8:23 PM IST

सिरसा: ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी एक ऐसी महिला, जो कि खुद ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं है, लेकिन फिर भी वो गांव के लगभग 35 से 40 बच्चों को पढ़ा रही है. ये महिला है सिरसा के गांव बकरियांवाली की. जिन्होंने खुद 12वीं क्लास तक पढ़ाई की, लेकिन अब बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रही हैं.

बच्चों को पढ़ना ऐसे शुरू किया

विवाह के बाद एक दिन सास गांव के सरकारी स्कूल में बच्चे को पोलियो ड्रॉप पिलाने गई. उन्होंने देखा कि छोटी-छोटी बच्चियों की पिटाई की जा रही थी. जब माता ने मैडम से इसका कारण जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि इन बच्चों को ट्यूशन की जरूरत है. तब उनकी सास ने घर आकर अपनी बहू सुनीता से कहा कि आज से बच्चों को पढ़ाना है. जब शुरुआत की तो केवल 5-7 ही बच्चे थे, लेकिन धीरे-धीरे बच्चों की संख्या भी बढ़ गई.

सिरसा के इस गांव में सास के कहने पर 40 बच्चों को फ्री में पढ़ रही बहू

उनका कहना है कि वो बच्चों को पशुपालन की कमाई से किताबें, कॉपी आदि सामान दिलाती हैं. सुनीता ने कहा कि वो अपनी खेती और पशुओं की कमाई का 10 बच्चों की शिक्षा पर खर्च करती हैं. साथ ही गांव के कुछ लोग जो स्कूलों में अपने बच्चों की फीस नहीं दे पाते, उसकी फीस भी भरती हैं.

ये भी पढ़ें:-क्या कोरोना पॉजिटिव मरीज भी कर पाएंगे मतदान? देखिए ईटीवी भारत की रिपोर्ट

गांव की बच्चियों को कंप्यूटर की शिक्षा दिलाई जा सके. इसके उन्होंने अपने घर ही कंप्यूटर लगा दिए हैं. उनका कहना है कि बच्चियों को शहर जाने में बहुत परेशानी होती थी. जिसकी वजह से उन्होंने एक टीचर रखा और उनको शिक्षा दिलाना शुरू कर दिया. अब गांव में ही लड़कियां कंप्यूटर सीख लेती हैं.

सिरसा: ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी एक ऐसी महिला, जो कि खुद ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं है, लेकिन फिर भी वो गांव के लगभग 35 से 40 बच्चों को पढ़ा रही है. ये महिला है सिरसा के गांव बकरियांवाली की. जिन्होंने खुद 12वीं क्लास तक पढ़ाई की, लेकिन अब बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रही हैं.

बच्चों को पढ़ना ऐसे शुरू किया

विवाह के बाद एक दिन सास गांव के सरकारी स्कूल में बच्चे को पोलियो ड्रॉप पिलाने गई. उन्होंने देखा कि छोटी-छोटी बच्चियों की पिटाई की जा रही थी. जब माता ने मैडम से इसका कारण जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि इन बच्चों को ट्यूशन की जरूरत है. तब उनकी सास ने घर आकर अपनी बहू सुनीता से कहा कि आज से बच्चों को पढ़ाना है. जब शुरुआत की तो केवल 5-7 ही बच्चे थे, लेकिन धीरे-धीरे बच्चों की संख्या भी बढ़ गई.

सिरसा के इस गांव में सास के कहने पर 40 बच्चों को फ्री में पढ़ रही बहू

उनका कहना है कि वो बच्चों को पशुपालन की कमाई से किताबें, कॉपी आदि सामान दिलाती हैं. सुनीता ने कहा कि वो अपनी खेती और पशुओं की कमाई का 10 बच्चों की शिक्षा पर खर्च करती हैं. साथ ही गांव के कुछ लोग जो स्कूलों में अपने बच्चों की फीस नहीं दे पाते, उसकी फीस भी भरती हैं.

ये भी पढ़ें:-क्या कोरोना पॉजिटिव मरीज भी कर पाएंगे मतदान? देखिए ईटीवी भारत की रिपोर्ट

गांव की बच्चियों को कंप्यूटर की शिक्षा दिलाई जा सके. इसके उन्होंने अपने घर ही कंप्यूटर लगा दिए हैं. उनका कहना है कि बच्चियों को शहर जाने में बहुत परेशानी होती थी. जिसकी वजह से उन्होंने एक टीचर रखा और उनको शिक्षा दिलाना शुरू कर दिया. अब गांव में ही लड़कियां कंप्यूटर सीख लेती हैं.

Last Updated : Oct 23, 2020, 8:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.