सिरसा: हरियाणा में अभी विधानसभा चुनाव की घोषणा भी नहीं हुई है, लेकिन जननायक जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए 7 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने संयुक्त रूप से इस लिस्ट को जारी किया है.
कौन हैं ये 7 उम्मीदवार?
हथीन से हर्ष कुमार को टिकट
हर्ष कुमार को पलवल की हथीन विधानसभा से जेजेपी ने टिकट दिया है. हर्ष कुमार करीब 32 साल से राजनीति में हैं. इस सीट पर वो 7 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.
ये है राजनीतिक करियर
- साल 1987 में हर्ष कुमार ने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था
- हर्ष कुमार ने साल 1996 में हविपा से चुनाव लड़ा था
- साल 2005 में हर्ष कुमार हथीन से निर्दलीय विधायक चुने गए थे
- हर्ष कुमार साल 1996 में बंसीलाल सरकार में मंत्री रहे हैं
- साल 2014 के विधानसभा चुनाव में वो 6000 वोटों से हारे
- फिलहाल हर्ष कुमार जेजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं.
नारनौंद सीट से रामकुमार गौतम को टिकट
नारनौंद सीट पर जेजेपी ने रामकुमार गौतम को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट से रामकुार गौतम 4 बार चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2005 में उन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव जाता था. तब जनता ने बीजेपी के केवल 2 ही विधायकों को विधायक चुना था. फिलहाल राजकुमार गौतम जेजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं.
अनूप धानक को उकलाना से टिकट
अनूप धानक ने साल 2014 में पहली बार चुनाव लड़ा. उकलाना विधानसभा सीट से उन्होंने 41 प्रतिशत वोटों के साथ जीत दर्ज की. अनूप धानक जेजेपी के गठन पर समर्थन देने वाले विधायकों में प्रमुख रहे हैं. अनूप ने जेजेपी ज्वाइन करने के लिए हाल ही में विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था.
राव रमेश पालड़ी को महेंद्रगढ़ की टिकट
राव रमेश पालड़ी इस वक्त जेजेपी के जिला अध्यक्ष हैं. इनेलो में रमेश पालड़ी कई वरिष्ठ पदों पर रहे हैं.
देवेंद्र कादियान को पानीपत ग्रामीण से टिकट
देवेंद्र कादियान जेजेपी के युवा नेता हैं. उनके पिता सतबीर कादियान साल 1987, 1991 और 2000 में नौल्था सीट से विधायक बनें. जिसकी जगह परिसीमन में पानीपत ग्रामीण सीट बनी. सतबीर कादियान 2000 में बनी इनेलो सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भी रहे हैं. देवेंद्र कादियान की मां बिमला कादियान ने भी पानीपत ग्रामीण सीट से 2009 में विधानसभा चुनाव लड़ा था.
कमलेश सैनी को नारनौल से टिकट
कमलेश सैनी को हिसार की नारनौल विधानसभा सीट से टिकट मिली है. कमलेश सैनी ने साल 2014 में नारनौल विधानसभा सीट पर इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वो यहां से 4 हजार वोटों के अंतर से हार गई थीं. उनके ससुर भाना राम सैनी ने भी 2009 में नारनौल से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 3 हजार वोटों से चुनाव हारे थे.
श्याम सुंदर सभरवाल को बावल से टिकट
जेजेपी ने श्याम सुंदर सभरवाल को रेवाड़ी की बावल विधानसभा सीट से टिकट दिया है. इससे पहले साल 2014 में वो इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. इसमें उनको करीब 36 हजार वोट मिले थे. श्याम सुंदर एमबीए और एलएलएम की पढ़ाई कर चुके है.