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सिरसा: आपसी रंजिश के चलते कैदियों में मारपीट, परिजनों ने लगाए पुलिस प्रशासन पर ये आरोप!

सिरसा के जेल में कैदियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. पुलिस के मुताबिक आपसी रंजिश के चलते जेल में ये झगड़ा हुआ है, वहीं कैदी के परिजनों ने पुलिस पर ही कैदियों के प्रति बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया है.

fighting between  prisoner in sirsa jail
कैदियों के बीच मारपीट
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Published : Jan 28, 2020, 9:45 PM IST

सिरसा: जिले के जेल से कैदियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. मारपीट का कारण आपसी रंजिश को बताया जा रहा है. कैदियों के बीच हाथापाई की सूचना मिलने के बाद जेल प्रशासन ने सभी कैदी को अलग-थलग कर मामले को शांत किया.

जेल में कैदियों के बीच मारपीट

जेल में एक कैदी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल में बंदियों के झगड़े के बाद जेल प्रशासन ने उनके बेटे अर्जुन नाम के कैदी को बुरी तरह से पिटाई की. उसके बाद जाति को लेकर अपशब्द भई कहे. परिजनों ने जेल के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट सहित अनेक जेल कर्मचारियों पर मारपीट और जाति सूचक गालियां निकालने का आरोप लगाया है. कैदी के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन ने जेल में कई कैदियों को प्रताड़ित किया जाता है और उन्हें कई दिनों तक खाना भी नहीं दिया जाता.

आपसी रंजिश के चलते कैदियों के बीच मारपीट, देखें वीडियो

कैदी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर लगाया मारपीट का आरोप

जेल प्रशासन के बयान पर सिरसा के सिविल पुलिस लाइन थाने में कैदी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. लेकिन पुलिस का कहना है कि जेल प्रशासन द्वारा बंदियों से मारपीट करने की कोई शिकायत नहीं मिली है. कैदी अर्जुन के परिजनों ने बताया कि कुछ महीने पहले अतर सिंह, अर्जुन, पवन, राजेंद्र नीमला के खिलाफ शहर थाना में एफआईआर नंबर 450 दर्ज है.

कैदियों को रखा जाता है भूखा

इन आरोपियों के केस अभी कोर्ट में विचाराधीन है. परिजनों ने जब जेल में कैदी से मुलाकात की तो सभी ने बताया कि जेल में उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता है और कई प्रकार से टॉचर्र किया जाता है. उन्हें कई प्रकार से यातनाएं दी जा रही है. कैदियों ने बताया कि उन्हें समय पर खाना दिया जा रहा है और 3-4 दिनों तक भूखा भी रखा जाता है. उनकी मांग है कि बंदियों के साथ जेल पुलिस कर्मचारियों द्वारा जो मारपीट की गई है, उनकी मेडिकल जांच करवाई जाए.

ये भी जाने- कैथलः CAA और NRC के विरोध में मजदूरों का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

पुलिस प्रशासन ने आरोपों को नकारा

वहीं सिरसा के सिविल लाइन पुलिस थाना के प्रभारी अमित बेनीवाल ने बताया कि जेल प्रशासन की और से शिकायत मिली थी कि जेल में कैदियों के बीच झगड़ा हो गया है जिसके बाद उन्होंने 4 बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस परिजनों द्वारा लगाए जा रहें आरोपों को नकार रही है.

सिरसा: जिले के जेल से कैदियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. मारपीट का कारण आपसी रंजिश को बताया जा रहा है. कैदियों के बीच हाथापाई की सूचना मिलने के बाद जेल प्रशासन ने सभी कैदी को अलग-थलग कर मामले को शांत किया.

जेल में कैदियों के बीच मारपीट

जेल में एक कैदी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल में बंदियों के झगड़े के बाद जेल प्रशासन ने उनके बेटे अर्जुन नाम के कैदी को बुरी तरह से पिटाई की. उसके बाद जाति को लेकर अपशब्द भई कहे. परिजनों ने जेल के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट सहित अनेक जेल कर्मचारियों पर मारपीट और जाति सूचक गालियां निकालने का आरोप लगाया है. कैदी के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन ने जेल में कई कैदियों को प्रताड़ित किया जाता है और उन्हें कई दिनों तक खाना भी नहीं दिया जाता.

आपसी रंजिश के चलते कैदियों के बीच मारपीट, देखें वीडियो

कैदी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर लगाया मारपीट का आरोप

जेल प्रशासन के बयान पर सिरसा के सिविल पुलिस लाइन थाने में कैदी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. लेकिन पुलिस का कहना है कि जेल प्रशासन द्वारा बंदियों से मारपीट करने की कोई शिकायत नहीं मिली है. कैदी अर्जुन के परिजनों ने बताया कि कुछ महीने पहले अतर सिंह, अर्जुन, पवन, राजेंद्र नीमला के खिलाफ शहर थाना में एफआईआर नंबर 450 दर्ज है.

कैदियों को रखा जाता है भूखा

इन आरोपियों के केस अभी कोर्ट में विचाराधीन है. परिजनों ने जब जेल में कैदी से मुलाकात की तो सभी ने बताया कि जेल में उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता है और कई प्रकार से टॉचर्र किया जाता है. उन्हें कई प्रकार से यातनाएं दी जा रही है. कैदियों ने बताया कि उन्हें समय पर खाना दिया जा रहा है और 3-4 दिनों तक भूखा भी रखा जाता है. उनकी मांग है कि बंदियों के साथ जेल पुलिस कर्मचारियों द्वारा जो मारपीट की गई है, उनकी मेडिकल जांच करवाई जाए.

ये भी जाने- कैथलः CAA और NRC के विरोध में मजदूरों का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

पुलिस प्रशासन ने आरोपों को नकारा

वहीं सिरसा के सिविल लाइन पुलिस थाना के प्रभारी अमित बेनीवाल ने बताया कि जेल प्रशासन की और से शिकायत मिली थी कि जेल में कैदियों के बीच झगड़ा हो गया है जिसके बाद उन्होंने 4 बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस परिजनों द्वारा लगाए जा रहें आरोपों को नकार रही है.

Intro:एंकर -- सिरसा की जेल में बंदियों के बीच मारपीट होने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि बंदियों में किसी बात को लेकर तकरार हो गई और उसके बाद उनमे हाथपाई हो गई। हाथापाई की सूचना मिलने के बाद जेल प्रशासन
ने बंदियों को अलग थलग कर मामले को शांत किया। जेल में एक बंदी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल में बंदियों के झगडे के बाद जेल प्रशासन ने उनके बेटे अर्जुन को न सिर्फ बुरी तरह से पीटा बल्कि उसको जातिसूचक गालियां भी निकाली। परिजनों ने जेल के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट सहित अनेक
जेल कर्मचारियों पर मारपीट और जाति सूचक गालियां निकालने का संगीन आरोप लगाया है। बंदियों के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन द्वारा जेल में कई बंदियों को प्रताड़ित किया जाता है और उन्हें कई दिनों तक खाना भी नहीं दिया जाता। जेल प्रशासन के बयान पर सिरसा के सिविल पुलिस लाइन थाने में बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि जेल प्रशासन द्वारा बंदियों से मारपीट करने की कोई शिकायत नहीं मिली है।Body:

वीओ 1 बंदी अर्जुन के परिजन राज रानी और कामना रानी ने बताया कि कुछ माह पूर्व अतर सिंह, अर्जुन, पवन निवासी सिरसा, राजेंद्र उर्फ राजू निवासी गांव नीमला के खिलाफ शहर थाना में एफआईआर नंबर 450 दर्ज है। यह केस अभी
कोर्ट में विचाराधीन है। परिजनों ने जब जेल में बंदियों से मुलाकात की तो बंदियों ने बताया कि जेल में उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता है और कई प्रकार से टॉचर्र किया जा रहा है। यहां तक के जाति सूचक गालियां देकर कई प्रकार से यातनाएं दी जा रही है। न तो उन्हें समय पर खाना दिया जा रहा है और 3-4 दिनों तक भूखा भी रखा जाता है। उनकी मांग है कि बंदियों के साथ जेल पुलिस कर्मचारियों द्वारा जो मारपीट की गई है, उनकी मैडिकल जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि बंदियों से मारपीट और जाति सूचक गालियां
निकालने वाले जेल सुपरिटेंडेंट और जेल कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
होनी चाहिए।

वीओ 2 वही सिरसा के सिविल लाइन पुलिस थाना के प्रभारी अमित बेनीवाल ने बताया कि जेल प्रशासन की और से शिकायत मिली थी कि जेल में बंदियों में झगड़ा हो गया है जिसके बाद उन्होंने 4 बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर
लिया गया है। जेल प्रशासन द्वारा मारपीट व टॉर्चर करने की कोई शिकायत नहीं मिली है।

बाइट अमित बेनीवाल , प्रभारी , सिविल लाइन पुलिस थाना।Conclusion:
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