सिरसा: सिरसा में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी पर हमला (Deputy Speaker Ranbir Gangwa Car Attack) करने पर 100 से ज्यादा किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. अब इस मामले में पुलिस प्रशासन और किसान आमने-सामने आ गए हैं. एक तरफ जहां किसानों की ओर से महापंचायत का ऐलान किया गया है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने ही सख्ती से निपटने की बात कही है.
मीडिया से बातचीत करते हुए एसपी डॉ. अर्पित जैन ने बताया कि डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर किए गए हमले के मामले में 90 से 100 किसानों पर कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. जिसमें देशद्रोह का केस भी शामिल है. फिलहाल इस मामले में 5 किसानों की गिरफ्तारी भी हुई है और बाकी किसानों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
एसपी डॉ. अर्पित जैन ने कहा कि सिरसा पुलिस के पास किसानों के खिलाफ सबूत हैं. उन्होंने कहा कि सिरसा पुलिस के पास इस मामले में कुल 40 वीडियो फुटेज है, जिसमें किसान रणबीर सिंह गंगवा की गाड़ी पर पथराव करते नजर आ रहे हैं. फुटेज की मदद से किसानों की पहचान की जा रही है और उसके बाद जल्द से जल्द बाकि किसानों की गिरफ्तारी की जाएगी.
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एसपी ने साफ किया कि किसान चाहे गिरफ्तारी रोकने की कितनी भी कोशिश क्यों ना करें, लेकिन निश्चित तोर पर इस मामले में शामिल होने वाले किसानों की गिरफ्तारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर सिरसा पुलिस के सभी डीएसपी, थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो जल्द से जल्द इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी करे.
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वहीं एसपी डॉ. अर्पित जैन ने ये भी कहा कि 17 जुलाई को किसानों की ओर से सिरसा एसपी कार्यालय का घेराव करने के एलान पर सिरसा पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि 17 जुलाई को एसपी कार्यालय के बाहर बैरिकेडिंग की जाएगी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे.
बता दें कि, रविवार को सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (Chaudhary Devi Lal University) में भाजपा का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा सहित अन्य नेता शरीक हुए. वहीं कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक लिया और पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान किसानों ने डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए व पुलिस पर भी पथराव किया.
किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को किसानों के विरोध के बीच वहां निकलवाया. इससे पहले रविवार को ही किसानों ने चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय में ही सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल (Sunita Duggal) और जिलाध्यक्ष आदित्य देवी लाल का भी विरोध किया था. कुछ किसान काले झंडे लेकर और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यूनिवर्सिटी में भी घुस गए थे, लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया था.