सिरसा: सांगवान चौक स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया. परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. मामले की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को सुलझाने का प्रयास करने लगी, लेकिन परिजन डॉक्टर पर कार्रवाई करने को लेकर अड़े रहे.
ये है पूरा मामला विस्तार से पढ़ें-
मृतका कुलविंद्र कौर के भांजे अजय रंधावा ने बताया कि पिछले दिनों वो महिला को लेकर अस्पताल में आए थे. महिला का कुछ समय पहले ही ऑपरेशन हुआ था और महिला के पेट में दर्द हो रहा था. डॉक्टर ने महिला के आंत में सूजन का तर्क देते हुए मुंह में नलकी डाली थी, जिससे महिला के ऑपरेशन के टांके खुल गए और आंत बाहर आ गई.
परिजनों ने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि अस्पताल की ओर से सही ढंग से इलाज नहीं किया गया और महिला को ले जाने को कहा गया. महज 2400 रुपये के लिए स्टाफ ने महिला को ले जाने नहीं दिया. काफी प्रयास करने के बाद महिला को अन्य अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. महिला के परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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डॉक्टर ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
वहीं इस मामले में डॉक्टर ने बताया कि महिला इलाज के लिए मेरे पास आई थी. महिला के आंत में गांठ थी. इलाज के दौरान महिला के टांके खुलने लग गए, लेकिन ऐसे मामले में टांके वही डॉक्टर लगाता है जिसने सर्जरी की हो. मैं उसमें टांके नहीं लगा सकता था और मैंने इलाज में कोई कोताही नहीं बरती है.
उन्होंने कहा कि स्टाफ ने मुझे कॉल किया और मामले की जानकारी दी थी. जिसके बाद मैंने मरीज को सर्जन के पास भेजने को कहा था. उन्होंने स्टाफ द्वारा पेशेंट के परिजनों से पैसे मांगने की बात पर कहा कि स्टॉफ ने बोला होगा कि रिपोर्ट आप पैसे देकर बाद में ले जाना. ये स्टॉफ की गलती है, लेकिन अस्पताल और मुझपर परिजनों के लगाए आरोप बेबुनियाद हैं.