सिरसा: जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे हरियाणा के नेताओं के बयान तीखे होने लगे हैं. साथ ही आरोप प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई है. दरअसल बात चाचा-भतीजे के बीच चल रही जुबानी जंग की है.
चाचा-भतीजे में जुबानी जंग
बता दें कि शनिवार को अभय चौटाला ने कहा था कि बड़े भाई अजय चौटाला अगर राजनीति छोड़ने को कहेंगे तो वो राजनीति करनी छोड़ देंगे. इसी का जवाब देते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा कि अभय चौटाला ने अजय चौटाला को कभी गद्दार बताया था तो कभी चौटाला पर लोगों की जेब से पैसे निकालने के आरोप लगाया.
अभय चौटाला ने लिया यू-टर्न: दिग्विजय
उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला और मेरे को कई बार मंच से अपमानित किया गया है. उन्होंने कहा कि आज जब इनेलो का कोई अस्तित्व नहीं बचा तो अभय चौटाला ने यू टर्न ले लिया. उन्होंने कहा कि अभय चौटाला की राजनीति छोड़ने का फैसला जनता पर छोड़ देते हैं.
'अशोक अरोड़ा पर क्यों नहीं की कार्रवाई'
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि अभय चौटाला ने तो अशोक अरोड़ा पर भी पिछले 1 साल पार्टी से गद्दारी करने का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि अगर अशोक अरोड़ा 1 साल से गद्दारी कर रहे थे तो उनको पार्टी से क्यों नहीं निकाला. उन्होंने कहा कि उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की.
उन्होंने राम पाल माजरा का नाम लिए बिना कहा कि इनेलो में एक और व्यक्ति है जिसने पार्टी को खत्म कर दिया है. उन्होंने ओम प्रकाश चौटाला और अभय सिंह चौटाला से गुजारिश की कि वे ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करें जो भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला के साथ मिला हुआ है.
'रमेश दलाल का अपमान खाप का अपमान नहीं'
दिग्विजय चौटाला ने खाप नेता रमेश दलाल द्वारा दुष्यंत चौटाला को माफी मांगने पर रमेश दलाल पर पलटवार करते हुए कहा कि रमेश दलाल तो इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव हैं, वे तो इनेलो की भाषा बोलेंगे. उन्होंने साफ कर दिया कि दुष्यंत चौटाला माफी नहीं मांगेगे. उन्होंने कहा कि रमेश दलाल का अपमान खाप का अपमान नहीं है हम खाप का सम्मान करते हैं.
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