सिरसा: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की मदद के लिए ग्राम पंचायतें भी अब सामने आने लगी हैं. प्रशासनिक व्यवस्थाओं के बीच ग्रामीण अब खुद भी कोरोना मरीजों के लिए प्रबंध करने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला रहै सिरसा के गांव ख्वाजा खेड़ा में. जहां ग्रामीणों ने खुद पहल करते हुए राजकीय प्राथमिक पाठशाला में दो बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया है.
आइसोलेशन सेंटर को तैयार करने में प्रशासन की कोई भी मदद नहीं ली गई है. ग्राम पंचायत की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया, जिसमें गांव के कई लोगों को शामिल किया गया है. लोगों ने राजकीय प्राथमिक पाठशाला में शुरुआती तोर पर आइसोलेशन सेंटर बना दिया है. इस सेंटर में गांव के कोरोना लक्षण वाले मरीजों को रखा जाएगा. कमेटी द्वारा ही गांव में चिकित्सकों को बुलाया जाएगा और आइसोलेशन सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जाएगी ताकि मरीजों का इलाज यहीं हो सके.
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ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए कोविड सेंटर गांव में ही बनाया गया है. मौजूदा हालात बहुत खराब हैं, इसलिए गांव पहले से ही कोरोना के लिए तैयार है. अगर गांव में कोई इस संक्रमण की चपेट में आ जाएगा तो उसे इस सेंटर में रखा जाएगा और उसका इलाज भी कराया जाएगा.
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गांव ख्वाजा खेड़ा की सरपंच कंवलजीत कौर ने कहा कि आज देश और प्रदेश के हालात सभी के सामने हैं. सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए गांव के लोगों ने ही कमेटी बनाकर गांव स्तर पर आइसोलेशन सेंटर बनाने का प्रयास किया है. शुरुआती तौर पर दो बेड की व्यवस्था की गई है. जिसे वक्त आने पर और जरूरत पड़ने पर बढ़ाया जाएगा.