सिरसा: कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. तीन सप्ताह से कड़ाके की ठंड में भी किसानों का आंदोलन जारी है. आंदोलन के दौरान 20 से भी ज्यादा किसान अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं. किसानों के समर्थन में दिल्ली सीमा पर धरना दे रहे सन्त बाबा राम सिंह ने भी आत्मदाह कर लिया.
जिसको लेकर आज सिरसा के कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें कांग्रेस नेताओं ने मौन धारण कर म्रतक किसानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए. कालांवाली से कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला ने बताया की दिल्ली बॉर्डर पर 22 दिनों में 22 किसान शाहिद हो गए है. उन्हें श्रधांजलि देने के लिए पूरे प्रदेश में कांग्रेस सभा कर रही है.
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उन्होंने कहा एक तरफ देश के बॉर्डर पर बेटे शाहिद हो रहे है तो वही दूसरी ओर मोदी ने दिल्ली को दूसरा देश बना दिया है. बॉर्डर सील कर ये साबित कर दिया है कि किसानों के लिए दिल्ली नही है. दिल्ली बॉर्डर पर ठंड में हमारे किसान शाहिद हो रहे है ये हमारा दुर्भाग्य है. विधायक ने कहा शाहिद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज हम एकत्रित हुए हैं. कांग्रेस पार्टी किसानों का तन-मन-धन से सहयोग करेगी.