सिरसा: तीन किसान विरोधी कानूनों के विरोध में पंजाब व हरियाणा से उठी किसान आंदोलन की चिंगारी विदेशों में भी पहुंच चुकी है. पूरे देश में जहां किसानों के समर्थन में आंदोलन चल रहा है, वहीं अब विदेशों में भी रह रहे भारतीय मूल के नागरिक किसानों के समर्थन में रोष प्रकट कर रहे हैं. इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों ने पालिर्यामेंट के बाहर किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए रोष प्रकट किया और केंद्र सरकार से इन तीनों काले कानूनों को वापस लेने की मांग की.
इस मौके पर संजीव सिंवर ने कहा कि हर भारतीय का समर्थन किसानों के साथ है. तानाशाह हो चुकी भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए जनता आमादा है. वहीं दूसरी ओर संजीव सिंवर के बड़े भाई संदीप सिंवर भी दिल्ली में किसान आंदोलन के समर्थन में लगातार किसानों के साथ डटे हुए हैं.
भविष्य में सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा- सिंवर
संदीप सिंवर ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड की आड़ लेकर अनेक ऐसी नीतियां आमजन पर थोंप दी, जिनका आगामी समय में हर वर्ग को खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
26 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं किसान
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान डटे हुए हैं. केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे.
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