सिरसा: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार को सिरसा दौरे पर रहे. यहां उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इसके बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने एसवाईएल के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सतलुज यमुना लिंक नहर के विवाद ना सुलझने का कारण पंजाब की हठधर्मिता है. इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आदेश हरियाणा के पक्ष में आ चुके हैं. इसके बावजूद भी पंजाब हरियाणा के हिस्से का पानी देने को तैयार नहीं.
उन्होंने कहा कि एसवाईएल के मुद्दे पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ उनकी कई बैठकें हो चुकी हैं. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट को पूरी स्थिति अवगत करवा दी है. हरियाणा के मुख्यमंत्री अब हिमाचल के रास्ते एसवाईएल का पानी हरियाणा लाने की कोशिश कर रहे हैं. इसपर उन्होंने कहा कि इस तरह की परिकल्पना की चर्चा चल रही है, तकनीकी पहलुओं पर पूरी तरह से काम होने के बाद ही इस दिशा में कुछ कहा जा सकता है.
हरियाणा में बीजेपी जेजेपी गठबंधन पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गठबंधन को लेकर ना तो प्रेम कम हुआ है और ना ही स्थिति असहज है. उन्होंने कहा कि बीजेपी जब बड़े दिल के साथ 55 साल तक अकाली दल के साथ गठबंधन का धर्म निभा सकती है, तो ये विषय चर्चा के लिए नहीं है. कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए थे.
इसपर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुरजेवाला खुद वकील हैं और एक वकील को तथ्यों के साथ पूरी पैरवी करनी चाहिए, लेकिन उन्होंने अधूरी पैरवी की है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 55 साल तक देश में कांग्रेस ने शासन किया, लेकिन कभी न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात नहीं की. आज किसानों की फसल केंद्र सरकार लाभकारी मूल्य पर खरीद रही है. हैफेड की ओर से तिलहन फसलों की खरीद कर फसल भाव की गारंटी सुनिश्चित की जाती है. बीजेपी सत्ता में आई तो हैफेड के पास 3000 करोड़ की गारंटी का बजट था. जो आज 50000 करोड़ रुपये हो गया है.