सिरसा: बंसल कॉलोनी में 38 वर्षीय महिला और उसके दोनों बच्चों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से ही नेशनल हेल्थ मिशन के तहत काम करने वाली एएनएम कर्मचारी और आशा वर्कर लगातार इस कॉलोनी में अपनी सेवाएं दे रही हैं. पिछले पांच दिनों से ये महिला वर्कर्स अपनी और अपने परिवार की चिंता किए बिना एक योद्धा की तरह देश और समाज के प्रति अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभा रही हैं.
गौरतलब है कि पिछले पांच दिनों से 25 टीमें पूरी बंसल कॉलोनी में घर-घर जा कर सभी के स्वस्थ्य जांच कर अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंप रही हैं. बंसल कॉलोनी में रोजाना ड्यूटी देने वाली एएनएम कर्मियों ने कहा कि जब से कॉलोनी में पॉजिटिव केस मिले हैं तभी से वो लगातार अपनी ड्यूटी कर रही हैं. शुरुआत में उन्हें सारा दिन सर्वे किया था और अब वो हर रोज तीन से चार घंटे कॉलोनी में घूमकर सर्वें कर रही हैं.
एएनएम कर्मचारी ने बताया कि अगर उन्हें काम के दौरान भूख और प्यास लगती है, तब भी वो बाहर नहीं खा सकती हैं, क्योंकि यहां संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है. काम खत्म करने के बाद ही वो वापस अपने कैंप पर आकर पानी पीती हैं और कुछ खाती हैं.
वहीं दूसरी महिला कर्मचारी ने कहा कि उनकी जॉब बड़ी सख्त है. विभाग का बुनियाद ही एएनएम कर्मचारी और आशा वर्कर हैं, बाकि सब बाद में है. वहीं उन्होंने कहा कि रिस्क जरूर है, लेकिन वो देश और समाज के लिए अपनी ड्यूटी निभा रही हैं.
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आपको बता दें कि जब से बंसल कॉलोनी में कोरोना के तीन पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, तब से पूरी कॉलोनी को सील कर दिया गया है और उसके साथ लगते कॉलोनी को भी बफर जोन घोषित कर सील किया गया है. जहां वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए ना तो किसी व्यक्ति को आने की अनुमति दी गई है और ना ही किसी के जाने की. वहीं वायरस के खतरे के बावजूद भी ये एएनएम कर्मचारी और आशा वर्कर लगातार अपनी ड्यूटी दे रही हैं.