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राम रहीम की पैरोल: हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे अंशुल छत्रपति, सरकार के चीफ सेक्रेटरी को लीगल नोटिस - राम रहीम की पैरोल पर अंशुल छत्रपति

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने राम रहीम की पैरोल (ram rahim parole) पर आपत्ति जाहिर की है. अंशुल छत्रपति ने कहा कि राम रहीम के जेल से बाहर आने पर गवाहों को जान से खतरा है.

anshul chhatrapati on ram rahim parole
anshul chhatrapati on ram rahim parole
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Published : Oct 30, 2022, 7:12 PM IST

सिरसा: राम रहीम की पैरोल का मामला (ram rahim parole case) हरियाणा सरकार के गले की फांस बना हुआ है. एक तरफ दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया है, तो दूसरी तरफ पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति (anshul chhatrapati on ram rahim parole) ने भी राम रहीम को पैरोल देने पर आपत्ति जाहिर की है. अंशुल छत्रपति ने कहा कि राम रहीम के जेल से बाहर आने पर गवाहों को जान से खतरा है, उन्होंने कहा कि वो जल्द ही इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

राम रहीम की पैरोल को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट (punjab haryana high court) के एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी को लीगल नोटिस भेजा है. उन्होंने राम रहीम की पैरोल तत्काल रद्द करने की मांग की है. इसके अलावा राम रहीम के दिवाली पर रिलीज गाने 'नित दी दिवाली' पर भी रोक लगाने की मांग की है. एडवोकेट ने कहा कि पैरोल पर बाहर आए डेरा प्रमुख को लोकप्रियता हासिल करने की अनुमति नहीं दी जा सकती.

अंशुल छत्रपति ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राम रहीम की पैरोल को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पैरोल के नियमों को सख्त करने के लिए संज्ञान लेने की गुजारिश की है. स्वाति मालीवाल ने बयान जारी किया है कि इस कार्रवाई के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां मिल रही है. अंशुल छत्रपति ने कहा कि डेरा प्रमुख राम रहीम और डेरा अनुयायियों का चरित्र ही लोगों को धमकियां देने वाला रहा है.

उन्होंने कहा कि राम रहीम को पैरोल देकर हरियाणा सरकार राम रहीम की मदद कर रही है. सत्ता पक्ष की मदद से ही अब दोबारा से डेरा प्रेमियों के हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के इरादे भी बुलंद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेरा प्रेमी एक बार फिर हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. राम रहीम के जेल से बाहर आने पर गवाहों को जान का खतरा है. इसलिए वो राम रहीम की पैरोल के खिलाफ जल्द ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

ये भी पढ़ें- राम रहीम ने बदला हनीप्रीत का नाम, कहा-डेरा सच्चा सौदा का गुरु मैं था, हूं और रहूंगा

बता दें कि राम रहीम साध्वी यौन शोषण, पूर्व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्या मामले में पिछले 5 सालों से रोहतक की सुनारियां जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. राम रहीम पर फिलहाल अभी 400 साधुओं को नपुसंक बनाने का केस भी चल रहा है. हरियाणा जेल प्रशासन ने दिवाली से पहले राम रहीम को (15 अक्टूबर) 40 दिनों की पैरोल दी थी. जिसके बाद से राम रहीम यूपी के बागपत आश्रम में रह रहा है. जहां राम रहीम के परिवार के लोग और हनीप्रीत भी उसके साथ ही है. राम रहीम इन दिनों ऑनलाइन सत्संग कर रहा है. जिस पर खूब बवाल मच रहा है. राम रहीम ने दिवाली के दिन ही एक नया गाना लॉन्च किया है. जिसके बाद राम रहीम की जमकर आलोचना हो रही है.

सिरसा: राम रहीम की पैरोल का मामला (ram rahim parole case) हरियाणा सरकार के गले की फांस बना हुआ है. एक तरफ दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया है, तो दूसरी तरफ पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति (anshul chhatrapati on ram rahim parole) ने भी राम रहीम को पैरोल देने पर आपत्ति जाहिर की है. अंशुल छत्रपति ने कहा कि राम रहीम के जेल से बाहर आने पर गवाहों को जान से खतरा है, उन्होंने कहा कि वो जल्द ही इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

राम रहीम की पैरोल को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट (punjab haryana high court) के एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी को लीगल नोटिस भेजा है. उन्होंने राम रहीम की पैरोल तत्काल रद्द करने की मांग की है. इसके अलावा राम रहीम के दिवाली पर रिलीज गाने 'नित दी दिवाली' पर भी रोक लगाने की मांग की है. एडवोकेट ने कहा कि पैरोल पर बाहर आए डेरा प्रमुख को लोकप्रियता हासिल करने की अनुमति नहीं दी जा सकती.

अंशुल छत्रपति ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राम रहीम की पैरोल को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पैरोल के नियमों को सख्त करने के लिए संज्ञान लेने की गुजारिश की है. स्वाति मालीवाल ने बयान जारी किया है कि इस कार्रवाई के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां मिल रही है. अंशुल छत्रपति ने कहा कि डेरा प्रमुख राम रहीम और डेरा अनुयायियों का चरित्र ही लोगों को धमकियां देने वाला रहा है.

उन्होंने कहा कि राम रहीम को पैरोल देकर हरियाणा सरकार राम रहीम की मदद कर रही है. सत्ता पक्ष की मदद से ही अब दोबारा से डेरा प्रेमियों के हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के इरादे भी बुलंद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेरा प्रेमी एक बार फिर हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. राम रहीम के जेल से बाहर आने पर गवाहों को जान का खतरा है. इसलिए वो राम रहीम की पैरोल के खिलाफ जल्द ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

ये भी पढ़ें- राम रहीम ने बदला हनीप्रीत का नाम, कहा-डेरा सच्चा सौदा का गुरु मैं था, हूं और रहूंगा

बता दें कि राम रहीम साध्वी यौन शोषण, पूर्व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्या मामले में पिछले 5 सालों से रोहतक की सुनारियां जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. राम रहीम पर फिलहाल अभी 400 साधुओं को नपुसंक बनाने का केस भी चल रहा है. हरियाणा जेल प्रशासन ने दिवाली से पहले राम रहीम को (15 अक्टूबर) 40 दिनों की पैरोल दी थी. जिसके बाद से राम रहीम यूपी के बागपत आश्रम में रह रहा है. जहां राम रहीम के परिवार के लोग और हनीप्रीत भी उसके साथ ही है. राम रहीम इन दिनों ऑनलाइन सत्संग कर रहा है. जिस पर खूब बवाल मच रहा है. राम रहीम ने दिवाली के दिन ही एक नया गाना लॉन्च किया है. जिसके बाद राम रहीम की जमकर आलोचना हो रही है.

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