सिरसा: दिल्ली-एनसीआर के बाद हरियाणा में स्मॉग का कहर देखने को मिल रहा है. सिरसा में रविवार को पिछले दिनों के मुकाबले स्मॉग में काफी बढ़ोतरी हुई है. जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत व आंखों में जलन की शिकायत हो रही है.
आलम ये है कि हैवी स्मॉग की वजह से सड़क पर चलने वाले वाहनों को दिन में भी लाइट जला कर चलना पड़ रहा है. अगर यही हालत रहे तो आने वाले दिनों में ये दिक्कत और बढ़ सकती है.
मॉर्निंग वॉक करने वाले में आई कमी
पार्क में मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों ने बताया कि सुबह की सैर करने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है. क्योंकि लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है और खास कर सांस के मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है.
सिरसा में पराली जलाने के 100 से ज्यादा केस
पूरे हरियाणा की तरह सिरसा में भी कई किसान अब भी पराली जल रहे हैं. अभी तक जिले से पराली जलाने के 100 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं सिरसा प्रशासन ने भी पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए पर्चे दर्ज करने शुरू कर दिए हैं. प्रशासन की ओर से सभी 100 किसानों के खिलाफ केस दर्ज करने की अनुशंसा पुलिस से की गई है.
सिरसा में प्रदूषण का लेवल
सिरसा में पीएम 2.5 का स्तर 674 है वहीं पीएम 10 का स्तर 791 है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 300 से ज्यादा पीएम स्तर ही सेहत के लिए खतरनाक होता है.
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क्या ना करें
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि अपने घर के आस-पास ना तो कूड़ा जलाएं और ना ही किसी और को जलाने दें. निर्माणाधीन स्थलों पर निर्माण संबंधी चीजें रेत, सीमेंट, बालू आदि को खुला न छोड़े इससे स्मॉग में बढो़त्तरी होती है और बुजुर्ग, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर ज्यादा न निकल ने दें.
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