सिरसा: एक तरफ जहां दिल्ली सहित कई राज्यों में प्रदूषण की मार देखने को मिल रही है. तो वहीं दूसरी तरफ किसान जमकर पराली जला रहे हैं. किसानों की माने तो उनके पास पराली को जलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं है. वहीं सिरसा से पराली जलाने को 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
सिरसा में पराली जलाने के 100 से ज्यादा केस
पूरे हरियाणा की तरह सिरसा में भी कई किसान अब भी पराली जल रहे हैं. अभीतक जिले से पराली जलाने के 100 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं सिरसा प्रशासन ने भी पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए पर्चे दर्ज करने शुरू कर दिए हैं. प्रशासन की ओर से सभी 100 किसानों के खिलाफ केस दर्ज करने की अनुशंसा पुलिस से की गई है.
सिरसा प्रशासन ने पुलिस को दी हिदायत
अशोक कुमाप गर्ग ने बताया कि प्रशासन जिले भर के ग्राम सचिव, पटवारी और सरपंचों से हर रोज अपडेट ले रहा है. प्रशासन को मिली रिपोर्ट के आधार पर 100 किसानों पर पराली जलाने को लेकर केस दर्ज करने की हिदायत दी गई है. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति धान की पराली या फसल अवशेष जलाता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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उपायुक्त ने की पराली नहीं जलाने की अपील
उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि धान की पराली जलाने से न सिर्फ जमीन की उर्वरा शक्ति कम होती है बल्कि पराली का धुआं जीवन पर बूरा प्रभाव डालता है. इसके साथ ही उन्होंने किसानो से पराली नहीं जलाने की अपील की.