रोहतक: मंगलवार को महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक में 18वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. उनके अलावा हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय भी समारोह में मौजूद रहे. उपराष्ट्रपति ने लगभग एक हजार छात्रों को डिग्रियां वितरित की. इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि इंसान को सिर्फ और सिर्फ मेहनत करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि मेहनत का मतलब ये नहीं कि आपको सफलता जरूर मिलेगी, हो सकता है कि आप फेल हो जाओ. इसका मतलब ये नहीं कि आप मेहनत करनी बंद कर दो. आप बस अपना लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करते रहो. आपको सफलता जरूर मिलेगी. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत तकलीफ होती है जब ये कहा जाता है कि भारत में नए ओल्ड ऐज होम बनाने की जरूरत है. हमारे भारत में ओल्ड एज होम की जरूरत नहीं, ना ही होनी चाहिए.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के रिश्ते बहुत मजबूत हैं. इसलिए यहां ओल्ड होम की जरूरत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने बच्चों से कहा कि वो अपने माता-पिता और परिजनों का ध्यान रखें. उनकी सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के बराबर है. हमेशा अपने बड़ों का सम्मान करें. उन्होंने कहा कि अच्छा बनना आसान है, लेकिन उतना ही मुश्किल है अच्छे बने रहना. उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमने जो विरासत पाई है, वो किसी और देश के पास नहीं है. ये हमारा अमृत काल है.
बता दें कि रोहतक में उप राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई थी. शहर के मुख्य चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया था. यूनिवर्सिटी की तरफ आ रहे वाहनों की गहना से चेकिंग की गई थी. महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक में दीक्षांत समारोह यूनिवर्सिटी के टैगोर भवन में हुआ. यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर राजबीर सिंह ने दीक्षांत समारोह पर कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात है.