रोहतक: केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में कर्मचारियों ने 23 व 24 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल (labor union strike) बुलाई है. इस हड़ताल में हरियाणा राज्य के भी सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, विश्वविद्यालयों, नगर निगमों, परिषदों व पालिकाओं के कर्मचारी भाग लेंगे. हड़ताल के जरिए पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने समेत तमाम अन्य मुद्दे उठाए जाएंगे. यह निर्णय रविवार को यहां कर्मचारी भवन में हुई सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया.
बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने की. हड़ताल की तैयारियों को लेकर बैठक में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व विभागीय संगठनों के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया. लांबा ने बताया कि हड़ताल से पहले 16 जनवरी को नांदल भवन, रोहतक में राज्य स्तरीय कर्मचारी सम्मेलन होगा. जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड यूनियन के नेताओं को भी आंमत्रित किया जाएगा.
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सम्मेलन में केन्द्र एवं राज्य सरकार की कर्मचारी, मजदूर विरोधी नीतियों व नेशनल मुद्रीकरण पाइपलाइन योजना के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों एवं जन सेवाओं के निजीकरण करने और कर्मचारियों की नीतिगत मांगों के प्रति सरकार के रवैए से कार्यकर्ताओं को अवगत कराया जाएगा और जन संपर्क अभियान चलाने की अंतिम योजना बनाई जाएगी. बैठक में सर्व सम्मति से प्रदेश में चल रही आंगनबाड़ी कर्मियों की हड़ताल का पुरजोर समर्थन किया गया और सरकार को चेतावनी दी गई कि अगर मांगों का समाधान कर हड़ताल समाप्त करवाने की बजाय दमनात्मक कार्रवाई की गई तो राज्य कर्मचारी इसका डटकर विरोध करेंगे.
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