रोहतक: रोहतक पीजीआई के प्रसूति विभाग में 22 डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है. चिंता की बात ये है कि जिन 22 डॉक्टरों को कोरोना हुआ है उनमें से 14 डॉक्टर ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की डोज ली थी लेकिन फिर भी वो संक्रमित हो गए. अब पीजीआई प्रशासन की चिंता ये सता रही है कि कहीं ये कोरोना का दूसरा स्ट्रैन तो नहीं है.
इसके अलावा 22 में से 5 डॉक्टर्स ऐसे भी हैं जिन्हें पहले भी कोरोना हो चुका है. इसके अलावा डर उन महिलाओं और नवजात बच्चों के भी संक्रमित होने का है जो इन कोरोना संक्रमित डॉक्टरों के संपर्क में आए होंगे.
पीजीआई मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. पुष्पा दहिया ने बताया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के करीब 19 पीजी छात्र, दो सीनियर रेजिडेंट और 1 फैकल्टी सदस्य जोकि लेबर रूम में कार्य थे, वो सभी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं. ऐसे में जांच की तो पता चला कि कहीं ना कहीं लेबर रूम में ही कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है.
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उन्होंने कहा कि संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए प्रसूति विभाग को शिफ्ट करने की तैयारी की गई है. यही नहीं सिविल हस्पताल में भी प्रसूति का इंतजाम किया जाएगा, उन्होंने माना कि वैक्सीन लगने के बाद भी कोरोना पाया जाना इस ओर इशारा करता है की कहीं ये कोरोना संक्रमण का दूसरा स्ट्रैन तो नहीं.