फसल बीमा योजना का फायदा ले रहे हैं किसान, अब नही रहा खेती में नुकसान का डर,
लेकिन किसानों का कहना अगर बीमा का पैसा सरकार दे तो ओर होगा किसान को फायदा।
एंकर-किसानों के फसल बीमा योजना किसी वरदान से कम नही,क्योकि फसल में जोखिम एक आम बात बन गई है।जहाँ एक ओर सरकार की इस योजना की किसान सराहना करते नही थकते,वही दूसरी ओर किसानों का कहना है कि अगर फसल के बीमा का पैसा भी सरकार ही दे तो किसानों के लिए ये बेहतर विकल्प होगा,किसानों ने सर्क्सर से उम्मीद जताई है उनके लिए पाँच सौ रुपए देना भी बड़ी बात है।
वीओ:-1 भारत सरकार ने खेती में किसानों का जोखिम खत्म करने के लिए फसल बीमा योजना की शुरुआत की। विपक्ष इसे बड़ा घोटाला करार दे रहा है। लेकिन वास्तव में किसानों को इस योजना का फायदा मिल रहा है। पिछले साल किसानों को धान की फसल में नुकसान हुआ। लेकिन बीमा होने की वजह से उनका नुकसान पूरा हो गया। जिसे लेकर किसान सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं तथा किसानों से इस योजना का लाभ लेने का आह्वान कर रहे हैं। किसान अपनी फसलों का बीमा करवाएं। अगर नुकसान हुआ तो खाते में ही मुआवजा आ जाएगा।लेकिन कुछ किसान ऐसे भी है जो चाहते है सरकार खुद उनकी फसल के बीमे के पैसे चुकाए, इसके पीछे किसानों का तर्क है कि उनके पास बीमे के पांच सौ रुपए भी देने के लिए नही होते।किसानों का कहना है कि वो पांच सौ रुपए फसल बीमा के दे इससे तो अच्छा है कि पांच सौ रुपए वो खाद बीज में इस्तेमाल करे।
वीओ 2- मैं जमीदारा करता हूँ, मैंने किसान क्रडिट कार्ड बनवा रखा था, जिसके चले उसकी फसल का बीमा अपने आप हो गया, उसकी धान की डेढ़ एकड़ फसल खराब हो गई थी, उसे 16 हजार रुपए मुआवजा मिला। सभी किसानों को फसल का बीमा करवाना चाहिए, जो नही करवाएगा, उन्हें कैसे पैसा मिलेगा।
वीओ 3- यह किसानों के लिए सरकार की बढ़िया योजना है, मेरे खाते से बीमे के पैसे कटे थे और खाते में ही मुआवजा आ गया, पहले फसल खराब होने पर गिरदावरी करवानी पड़ती थी, अब अपने आप हो जाती है।
वीओ 4- मैंने किसान क्रडिट कार्ड बनवा रखा था, 40 एकड़ फसल बोई थी, बीमे के पैसे उसी से कट गए, कोई दिक्कत नही आई, फसल खराब हुई और मुआवजा मिल गया, पहले काफी दिक्कत होती थी, अब बढ़िया है, सरकार का धन्यवाद करते हैं।
वीओ 5- पिछली बार मेरी धान की फसल खराब हो गई थी, 10 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा मिल गया। हर किसान को अपनी फसल का बीमा करवाना चाहिए।
वीओ 6- मैंने 10 एकड़ फसल बो रखी थी, 90 हजार रुपए मुआवजा मिल गया। मौषम खराब होते ही डर लगता था, लेकिन अब बिना चिंता के खेती करते हैं।
वीओ 7- जहाँ ज्यादा किसानों ने फसल बीमा योजना को सराहा है वही कुछ किसानों का ये भी कहना है योजना अच्छी है लेकिन अगर सरकार उनकी फसल का पैसा भी खुद ही चुकाए तो ये उनके लिए बेहतर होगा।इसके पीछे किसानों का तर्क है कि पाँच सौ रुपए की राशि किसानों के लिए बहुत होती है,क्योकि किसान तो पहले ही गरीब होता है,जहाँ किसान पांच सौ रुपए फसल बीमा के देंगे वही पाँच सौ रुपए से वो खाद बीज की खरीद करके फायदा ले सकता है।
बाईट- सोनू, सत्यनारायण, सुरेश, नवीन, कृष्ण, मनोज, चन्द्र, सुखबीर और सुरेश।