रोहतक : लाखनमाजरा थाना के अंतर्गत गुगाहेडी गांव में करीब 15 दिन पहले मारपीट में घायल हुए युवक की मंगलवार को पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई. पुलिस पर भाजपा नेता के दबाव में कारवाई ना करने के आरोप को लेकर मृतक के परिजनों शव को एसपी आवास के बाहर रखकर जाम लगा दिया है.
मृतक के परिजनों का कहना है कि लाखनमाजरा पुलिस ने भाजपा नेता के दबाव में घटना के15 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की. दूसरी ओर आरोपी मृतक के परिजनों को रोजाना जान से मारने की धमकी दे रहे है.
बता दें कि परिजनों ने करीब डेढ़ घंटे तक जमकर बबाल काटा और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. बाद में परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर घटनाक्रम के बारे में बताया, जिसके बाद एसपी ने परिजनों को निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया.
ये है पूरा मामला
करीब 15 दिन पहले गांव गुगाहेडी के सुनील को गांव के ही मंजनु को मिलने के बहाने अपनी मोटर साइकिल पर बैठाकर घर से ले गया था. परिजनों का कहना है कि शाम को उन्हें पता चला कि सुनील गांव के मंदिर के पास अचेत हालत में पड़ा हुआ है. इस बात का पता चलने पर परिजनो ने सुनील को तुंरत पीजीआई भर्ती कराया.
सुनील के भाई रोहताश ने इस बारे में मंजनु, संजय, नसीब और नसीब की पत्नी के खिलाफ लाखनमाजरा थाना में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने चारों आरोपियो के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कर लिया था.
मंगलवार दोपहर को उपचार के दौरान सुनील की मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस पीजीआई पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया. बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया. इसके बाद शाम करीब पांच बजे परिजन शव लेकर एसपी आवास पहुंचे और सड़क के बीचो-बीच शव रखकर जाम लगा दिया. जिसके चलते थोड़ी ही देर में सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गई.
मृतक के भाई परमजीत ने आरोप लगाया है कि भाजपा नेता शमशेर खरखड़ा के दबाव में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, इसलिए ये जाम लगाया है.