रोहतक: हरियाणा में रोहतक वैश्य कॉलेज में एग्जाम में ड्यूटी कर घर जा रहे प्रिंसिपल पर हुए जानलेवा (Principal attacked in Rohak Vaish College) हमले का मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. अब उनके समर्थन में कॉलेज प्रशासन और स्टाफ सड़क पर उतर आया है. जिन्होंने कॉलेज के बाहर नारेबाजी (Professors protest in Rohak) की साथ ही आरोपियों को जल्द पकड़ने की मांग भी की. जहां पीड़ित प्रिंसिपल का कहना है कि उन्होंने एग्जाम के दौरान किसी भी छात्र या अध्यापक पर सख्ती नहीं की थी.
दरअसल वैश्य कॉलेज में हो रहे एग्जाम में नकल रोकने का प्रयास कॉलेज के ही प्रिंसिपल को महंगा पड़ गया. जिसके बाद एग्जाम में ड्यूटी देकर घर जा रहे प्रिंसिपल पर (attacked on Principal in Rohak) स्कूटी सवार चार युवकों ने जानलेवा हमला कर दिया. जहां कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने नकल रहित परीक्षाएं करवाने के प्रयास की बात कही. तो वहीं प्रदर्शन कर रहे एक प्राध्यापक ने बताया की नकल ना करने के लिए कहा गया था जिसकी वजह से जानलेवा हमला किया गया है.
जानकारी के अनुसार रोहतक वैश्य कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने शिवाजी कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि 15 दिसंबर को कॉलेज में ड्यूटी खत्म कर घर जा रहा था. उसी समय साथ लगती वव्यायामशाला के पास स्कूटी सवार चार युवकों ने उन पर जानलेवा हमला (attacked on Principal in Rohak) कर दिया. उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज में एग्जाम हो रहे हैं जिन्हें नकल रहित करवाने के लिए पूरी सख्ती की गई थी.
ये भी पढ़ें: फरीदाबाद में जाम की समस्या से परेशान लोग, नगर निगम की कोशिश भी नाकाम साबित
हमले में सुनील कुमार गंभीर रुप से घायल हो गया. उसे राहगीरों ने पीजीआई में भर्ती करवाया. वहीं कॉलेज के अन्य स्टाफ ने इस घटना की निंदा करते हुए कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों (Professors protest in Rohak) ने कहा कि आरोपी को जल्दी गिरफ्तार नहीं किया गया तो परीक्षाओं का भी बहिष्कार कर दिया जाएगा. ऐसे में प्राध्यापकों का कहना है कि जब प्रिंसिपल ही सुरक्षित नहीं है तो दूसरे प्राध्यापक कैसे सुरक्षित रह सकते हैं.