रोहतक: हरियाणा में बांड पॉलिसी का विरोध (protest against bond policy in haryana) कर रहे पीजीआईएमएस रोहतक (PGIMS Rohtak) के एमबीबीएस विद्यार्थियों को बुधवार को पुलिस ने गुरूग्राम जाने से रोक दिया. पुलिस ने फरूखनगर के पास इन विद्यार्थियों की बस को आगे नहीं जाने दिया. पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव का हवाला देकर विद्यार्थियों को वापस भेज दिया गया. रवाना होने वालों में साल 2020 व साल 2021 बैच के विद्यार्थी शामिल थे.
पीजीआईएमएस रोहतक लौटे विद्यार्थियों का कहना है कि अब आंदोलन और तेज किया जाएगा. इस आंदोलन को पीजीआईएमएस के वरिष्ठ डॉक्टरों का भी समर्थन मिलने की बात कही गई है. ये विद्यार्थी गुरूग्राम में हो रही एमबीबीएस की काउंसिलंग वाली जगह पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस जा रहे थे. पीजीआईएमएस में डीन ऑफिस के सामने से ये विद्यार्थी बस में सवार हुए. इन विद्यार्थियों की बस जब फरूखनगर पहुंची तो पुलिस ने बस को रूकवा दिया और आगे नहीे जाने दिया. इसके बाद विद्यार्थियों और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई.
विरोध में ये विद्यार्थी वहां पर सड़क पर ही धरने पर बैठ (MBBS Student Protest In Rohtak) गए. इन विद्यार्थियों का कहना है कि वे गुरूग्राम में हो रही काउंसलिंग को रोकने के मकसद से नहीं बल्कि जागरूकता के मकसद से जा रहे थे. उनका मकसद था कि काउंसिलिंग में भाग ले रहे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बांड पॉलिसी के बारे में सच्चाई से अवगत कराया जाएगा. इन विद्यार्थियों ने राज्य सरकार की ओर से बांड पॉलिसी में किए गए संशोधन को भी नकार दिया है.
उनका कहना है कि बांड पालिसी पूर्ण रूप से रद्द होनी चाहिए और जब तक रद्द नहीं होगी इसी प्रकार विरोध जारी रहेगा. एमबीबीएस विद्यार्थी प्रिया कौशिक व अक्षत मित्तल का कहना है कि आंदोलन को तेज करने के लिए वरिष्ठ डॉक्टरों से भी संपर्क किया जा रहा है.
प्रदेश भर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के समय लागू बांड पालिसी का पीजीआईएमएस रोहतक समेत कई कॉलेजों के विद्यार्थी खुलकर विरोध कर रहे हैं. पीजीआईएमएस रोहतक में तो पिछले 9 दिन से विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी आंदोलनकारियों की मुलाकात हो चुकी है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है.