रोहतक: कैथल में राजा मिहिर भोज की मूर्ति को लेकर शुरू हुआ विवाद अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मुद्दे को लेकर राजपूत महासभा अब 18 अक्टूबर को कैथल में महाकुंभ करेगी. इस संबंध में शनिवार को रोहतक में राजपूत महासभा हरियाणा के पदाधिकारी जुटे और बीजेपी सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की. महासभा के संरक्षक कर्नल देवेंद्र सिंह ने कहा कि महाकुंभ में बीजेपी का चुनाव के दौरान विरोध करने का निर्णय भी लिया जा सकता है.
गौरतलब है कि कैथल में राजा मिहिर भोज की मूर्ति को लेकर राजपूत समाज व गुर्जर समाज में तनाव बना हुआ है. कैथल के डांड चौक पर राजा मिहिर भोज की मूर्ति स्थापित की गई थी, जिसके आगे गुर्जर राजा मिहिर भोज लिख दिया गया. इसी का राजपूत समाज विरोध कर रहा है. राजपूत संगठनों का कहना है कि मिहिर भोज राजपूत थे. बीजेपी सरकार ने उनके समाज की परवाह न करते हुए गुर्जर समाज का साथ दिया है, जिसके चलते राजपूत समाज में भारी नाराजगी है. राजपूत समाज का प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात कर चुका है लेकिन सरकार ने इस मुद्दे का हल निकालने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
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राजपूत महासभा हरियाणा के संरक्षक कर्नल देवेंद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की है. जिससे राजपूत समाज में भारी रोष व्याप्त है. उन्होंने इसे बीजेपी और आरएसएस की साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को समाज का साथ देना चाहिए था. राजपूत नेताओं ने चेतावनी दी कि कैथल में होने वाले महाकुंभ में बीजेपी के खिलाफ चुनाव में वोट देने का निर्णय लिया जा सकता है. इस मुद्दे को हरियाणा के हर जिले, हर गांव तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे और राजपूत समाज को एकत्रित करेंगे.
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