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रोहतक: अनलॉक में पटरी पर लौट रही जिंदगी, प्रवासी मजदूरों को मिल रहा रोजगार - rohtak news

अनलॉक के दौरान रोहतक में अब जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. कंपनियां खुल रही हैं और प्रवासी मजदूर भी लौट रहे हैं. कर्मचारी भी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार अपना काम कर रहे हैं.

migrant workers getting Employment in rohtak during unlock
migrant workers getting Employment in rohtak during unlock
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Published : Nov 1, 2020, 5:49 PM IST

रोहतक: शहर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. रोजाना सैंकड़ों की संख्या में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान शहर में रोजगार का खतरा मंडरा रहा था. अनलॉक में जो काम धंधे बंद हो गए थे, अब वो धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे हैं. इसका मतलब रोहतक में कंपनियां खुलने लगी हैं. हालांकि कोरोना का खतरा अभी बना हुआ है.

बता दें कि कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के दौरान तमाम वो काम धंधे बंद हो गए थे, जो लोगों को रोजगार देकर उनके परिवार का भरण पोषण कर रहे थे, लेकिन अब रोहतक में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. कंपनियों ने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है. कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं और लोगों को रोजगार मिल रहा है.

अनलॉक में पटरी पर लौट रही जिंदगी, प्रवासी मजदूरों को मिल रहा रोजगार

यहीं नहीं कंपनी के मालिक दावा कर रहे हैं, वो सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अपने कर्मचारियों से काम करवा रहे हैं. इसकी पड़ताल की गई तो कंपनी मालिक द्वारा किया गया दावा किसी हद तक सही निकला.

सभी कर्मचारी मास्क लगाकर और उचित दूरी बनाकर अपना काम कर रहे थे. जब कंपनी मालिक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद फैक्ट्रियां बंद हो गई थी लेकिन सरकार की गाइड लाइन के अनुसार फिर से शुरू की गई है.

ये भी पढ़ें- बल्लभगढ़ में हुए हिंसक प्रदर्शन को निकिता के परिवार ने बताया निंदनीय

उन्होंने बताया कि जो कर्मचारी लॉकडाउन के समय अपने घर चले गए थे वो भी धीरे-धीरे वापस आ रहे हैं और लोगों को भी रोजगार मिला है. इसलिए हम कह सकते हैं की कोविड-19 महामारी के बाद जिंदगी की गाड़ी पटरी पर धीरे-धीरे लौट आई है. उन्होंने बताया कि दोबारा से रोजगार पाकर लोग बेहत उत्साहित है. इस दौड़ में महिलाएं भी पीछे नहीं है.

रोहतक: शहर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. रोजाना सैंकड़ों की संख्या में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान शहर में रोजगार का खतरा मंडरा रहा था. अनलॉक में जो काम धंधे बंद हो गए थे, अब वो धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे हैं. इसका मतलब रोहतक में कंपनियां खुलने लगी हैं. हालांकि कोरोना का खतरा अभी बना हुआ है.

बता दें कि कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के दौरान तमाम वो काम धंधे बंद हो गए थे, जो लोगों को रोजगार देकर उनके परिवार का भरण पोषण कर रहे थे, लेकिन अब रोहतक में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. कंपनियों ने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है. कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं और लोगों को रोजगार मिल रहा है.

अनलॉक में पटरी पर लौट रही जिंदगी, प्रवासी मजदूरों को मिल रहा रोजगार

यहीं नहीं कंपनी के मालिक दावा कर रहे हैं, वो सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अपने कर्मचारियों से काम करवा रहे हैं. इसकी पड़ताल की गई तो कंपनी मालिक द्वारा किया गया दावा किसी हद तक सही निकला.

सभी कर्मचारी मास्क लगाकर और उचित दूरी बनाकर अपना काम कर रहे थे. जब कंपनी मालिक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद फैक्ट्रियां बंद हो गई थी लेकिन सरकार की गाइड लाइन के अनुसार फिर से शुरू की गई है.

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उन्होंने बताया कि जो कर्मचारी लॉकडाउन के समय अपने घर चले गए थे वो भी धीरे-धीरे वापस आ रहे हैं और लोगों को भी रोजगार मिला है. इसलिए हम कह सकते हैं की कोविड-19 महामारी के बाद जिंदगी की गाड़ी पटरी पर धीरे-धीरे लौट आई है. उन्होंने बताया कि दोबारा से रोजगार पाकर लोग बेहत उत्साहित है. इस दौड़ में महिलाएं भी पीछे नहीं है.

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