रोहतक: शहर के दिल्ली बाईपास स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मंगलवार को उस समय हंगामा हो गया जब नगर निगम टीम हॉस्पिटल को सील करने के लिए पहुंच गई. हॉस्पिटल प्रबंधन और नगर निगम प्रशासन के बीच काफी बवाल हुआ. निगम की टीम हॉस्पिटल की चौथी मंजिल को अवैध बताकर सील करने के लिए पहुंची जबकि हॉस्पिटल संचालक ने भाजपा के एक पूर्व मंत्री के दबाव में कार्रवाई करने का आरोप लगाया है.
दिल्ली बाईपास स्थित इस निजी अस्पताल को एक डॉक्टर ने पिछले चार साल से लीज पर लिया है. आरोप है कि नियमों की खिलाफ इस हॉस्पिटल की चौथी मंजिल पर निर्माण किया गया है. ऐसे में नगर निगम प्रशासन की टीम दोपहर के समय पूरे हॉस्पिटल को ही सील करने के लिए पहुंच गई. प्रशासन की ओर से ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर तहसीलदार मनोज को तैनात किया गया.
निगम की टीम ने जब सील करने की कार्रवाई की तो हंगामा शुरू हो गया. हॉस्पिटल संचालक और डॉक्टरों समेत बाकी स्टाफ ने विरोध किया. संचालक ने कहा कि वे लीज डॉक्यूमेंट के अनुसार ही समय पर किराए दे रहे हैं लेकिन बिल्डिंग के मालिक अधिक किराए की मांग कर रहे हैं. भाजपा के एक पूर्व मंत्री की शह पर उन पर बेवजह दबाव बनाया जा रहा है.
अस्पताल संचाल ने कहा कि अगर निगम प्रशासन को कार्रवाई करनी है तो चौथी मंजिल को ही सील किया जा सकता है लेकिन पूरे हॉस्पिटल को सील किया जा रहा है, जो कि गलत है. जबकि इस समय हॉस्पिटल में 4 गंभीर मरीज भर्ती हैं. यह मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है. वहीं ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार मनोज ने कहा कि ये कार्रवाई नियमानुसार ही की गई है.
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