रोहतक: 14 नवंबर(गुरुवार) को सारा दिन रोहतक की सुनारिया जेल परिसर में हनीप्रीत की राम रहीम से मिलने की चर्चाएं जोरों पर रहीं, लेकिन काफी लंबे इंतजार के बाद हनीप्रीत राम रहीम से मिलने के लिए नहीं पहुंची.
राम रहीम से मिलने नहीं पहुंची हनीप्रीत
मिली जानकारी के अनुसार हनीप्रीत तो राम रहीम से मिलने नहीं पहुंची, लेकिन राम रहीम के परिजन सुनारिया जेल पहुंचे. उनके परिजनों में बेटी अमरप्रीत, बेटी चरणप्रीत और बेटा जसमीत राम रहीम से मिलने पहुंचे थे. मिली जानकारी के अनुसार राम रहीम के परिजन 2:30 बजे पर सुनारिया जेल पहुंचे ओर करीब 1:30 घंटे के बाद जेल परिसर से बाहर आए और गाड़ी में बैठकर चले गए.
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पत्रकारों के साथ हुआ दुर्व्यव्हार
बता दें कि सूचना थी कि हनीप्रीत गुरुवार को राम रहीम से मुलाकात कर सकती हैं, लेकिन वो नहीं आईं. वहीं दूसरी ओर कवर करने गए पत्रकारों से पुलिस ने दुर्व्यवहार भी किया. यही नहीं क्षेत्र के थाना प्रभारी ने तो समाचार कवर करने गए कई पत्रकारों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया.
कौन है हनीप्रीत ?
हरियाणा के फतेहाबाद जिले की रहने वाली प्रियंका तनेजा 1996 में पहली बार डेरे के कॉलेज में 11वीं क्लास में पढ़ने के लिए आई थी. कुछ समय बाद ही राम रहीम द्वारा प्रियंका तनेजा का नया नामकरण किया गया. अब प्रियंका राम रहीम की हनीप्रीत बन चुकी थी. धीरे-धीरे हनीप्रीत और राम रहीम की नजदीकियां बढ़ने लगी. ऐसे में बाबा के राज भी हनीप्रीत के सामने आने लगे. हनीप्रीत अब गुरमीत राम रहीम की सबसे करीबी बन गई थी. गुरमीत उस पर इतना मेहरबान था कि उसे कभी डेरे से बाहर नहीं जाने दिया. उसकी पढ़ाई लिखाई सब डेरे में ही करवाई गई. वहीं पर उसके नाम पर कई बड़े कारोबार शुरू किए गए. हनीप्रीत का परिवार पिछले काफी समय से डेरे से जुड़ा हुआ था.
6 नवंबर को मिली जमानत
गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के बाद अगर कोई ज्यादा सुर्खियों में रही है तो वो है बाबा की सबसे खास और अहम राजदार हनीप्रीत. 25 अगस्त 2017 पंचकुला हिंसा के बाद हनीप्रीत को कई धाराओं सहित देश द्रोह की धारा के तहत आरोपी बनाया गया.
लगभग 38 दिन फरार रहने के बाद हनीप्रीत के पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद केस का ट्रायल शुरू हुआ और 2 नवंबर 2019 को कोर्ट ने सबूतों के आभाव कोर्ट ने हनीप्रीत से देश द्रोह की धारा हटा ली और 6 नवंबर को कोर्ट ने हनीप्रीत को जमानत दे दी.
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