ETV Bharat / state

कनाडा से दोस्त बनकर रिटायर्ड बैंक अधिकारी से ठगे थे 38 लाख, पुलिस ने बिहार से किया गिरफ्तार

कनाडा से पुराना दोस्त बनकर रोहतक के रिटायर्ड बैंक अधिकारी (Fraud with retired bank official in Rohtak) से 38 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी के 2 आरोपियों को साइबर पुलिस स्टेशन रोहतक की टीम ने बिहार से गिरफ्तार किया है. इन दोनों आरोपियों को रोहतक लाया गया और फिर यहां कोर्ट में पेश कर 6 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया.

Fraud with retired bank official in Rohtak
रोहतक में रिटायर्ड बैंक अधिकारी से ठगी
author img

By

Published : Dec 27, 2022, 7:37 PM IST

रोहतक: हरियाणा के रोहतक जिले में एक बड़े साइबर अपराध को अंजाम देते हुए रिटायर्ड बैंक अधिकारी (Fraud with retired bank official in Rohtak) से करीब 38 लाख की रूपये ठगी करने वाले शातिर पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं. इन शातिर साइबर अपराधियों ने पीड़ित का कनाडा का दोस्त बनकर फोन किया था. शक्ति नगर रोहतक निवासी 81 वर्षीय दर्शन लाल चावला पंजाब नेशनल बैंक से रिटायर्ड एडिशनल चीफ मैनेजर हैं. उनका शिक्षा भारती स्कूल स्थित पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में अकाउंट है. दर्शन लाल का दिल्ली निवासी राजेंद्र बतरा कॉलेज के समय का दोस्त है. दोनों 1962 में नेकीराम कॉलेज में पढ़ते थे. उस समय राजेंद्र के चाचा रोहतक में थाना प्रभारी थे.

दर्शन लाल चावला ने बताया कि 1964 में राजेंद्र बतरा परिवार सहित कनाडा चले गए. वहां एजुकेशन विभाग में नौकरी करते थे और अब रिटायर हो चुके हैं. दोनों की अच्छी दोस्ती है. दर्शन लाल भी कनाडा जा चुके हैं. अब दोनों में व्हट्सएप पर चैटिंग हो जाती है. 13 दिसंबर को दर्शन लाल चावला के पास एक इंटरनेशनल नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को उनके दोस्त राजेंद्र बतरा के तौर पर प्रस्तुत किया. बुजुर्ग होने की वजह से दर्शन लाल को कम सुनाई देता है, इसलिए वह आवाज नहीं पहचान पाए. फिर खुद को राजेंद्र बतरा के तौर पर प्रस्तुत करने वाले ने कहा कि वह आर्थिक संकट में फंस गया है और कनाडा सरकार ने उसके सभी अकाउंट सील कर दिए हैं. इसलिए उसे आर्थिक मदद की जरूरत है.

शातिर ठग ने कहा कि उसने भारत में राहुल पांडे नाम के व्यक्ति को फंड ट्रांसफर करने के लिए अपना एजेंट नियुक्त कर रखा है. इसके बाद राहुल पांडे की कॉल दर्शन लाल के पास आई और उसके दिए गए 7 अकाउंट्स में अलग-अलग समय पर कुल 38 लाख 35 हजार रूपए ट्रांसफर कर दिए. दर्शन लाल का कहना है कि शक होने पर उसने अपने दोस्त राजेंद्र बतरा को कई बार कॉल भी किया लेकिन कनाडा और भारत के समय में अंतर होने की वजह से कॉल रिसीव नहीं हुई. बाद में दर्शन लाल ने अपने बेटे को इस बारे में सूचित किया. तब पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है.

इस बारे में पंजाब नेशनल बैंक (Rohtak Punjab National Bank) की ब्रांच को भी सूचित कर दिया गया. बाद में साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी गई. पुलिस ने 15 दिसंबर को शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 419, 420 के तहत केस दर्ज किया था. साइबर पुलिस स्टेशन के एसएचओ कुलदीप कुमार ने बताया कि जांच टीम ने इस वारदात में शामिल आरोपी बिहार के मोतीहारी चंपारण निवासी दीपक और नितेश को गिरफ्तार कर लिया है.

दोनों आरोपियों को 24 दिसंबर को बिहार की स्थानीय कोर्ट में पेश कर 72 घंटे का राहदारी रिमांड हासिल किया गया है. मंगलवार को रोहतक कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के आदेश पर 6 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया. एसएचओ ने बताया कि गिरोह में शामिल बाकी आरोपियों को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. ये दोनों आरोपी गिरोह में शामिल अन्य ठगों को बैंक अकाउंट नंबर, एटीएम नंबर और आधार कार्ड की जानकारी प्रदान करते थे.

ये भी पढ़ें- बैंक के रिटायर्ड एडिशनल चीफ मैनेजर से ठगी, दोस्त बनकर अकाउंट में ट्रांसफर कराए 38 लाख 35 हजार

रोहतक: हरियाणा के रोहतक जिले में एक बड़े साइबर अपराध को अंजाम देते हुए रिटायर्ड बैंक अधिकारी (Fraud with retired bank official in Rohtak) से करीब 38 लाख की रूपये ठगी करने वाले शातिर पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं. इन शातिर साइबर अपराधियों ने पीड़ित का कनाडा का दोस्त बनकर फोन किया था. शक्ति नगर रोहतक निवासी 81 वर्षीय दर्शन लाल चावला पंजाब नेशनल बैंक से रिटायर्ड एडिशनल चीफ मैनेजर हैं. उनका शिक्षा भारती स्कूल स्थित पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में अकाउंट है. दर्शन लाल का दिल्ली निवासी राजेंद्र बतरा कॉलेज के समय का दोस्त है. दोनों 1962 में नेकीराम कॉलेज में पढ़ते थे. उस समय राजेंद्र के चाचा रोहतक में थाना प्रभारी थे.

दर्शन लाल चावला ने बताया कि 1964 में राजेंद्र बतरा परिवार सहित कनाडा चले गए. वहां एजुकेशन विभाग में नौकरी करते थे और अब रिटायर हो चुके हैं. दोनों की अच्छी दोस्ती है. दर्शन लाल भी कनाडा जा चुके हैं. अब दोनों में व्हट्सएप पर चैटिंग हो जाती है. 13 दिसंबर को दर्शन लाल चावला के पास एक इंटरनेशनल नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को उनके दोस्त राजेंद्र बतरा के तौर पर प्रस्तुत किया. बुजुर्ग होने की वजह से दर्शन लाल को कम सुनाई देता है, इसलिए वह आवाज नहीं पहचान पाए. फिर खुद को राजेंद्र बतरा के तौर पर प्रस्तुत करने वाले ने कहा कि वह आर्थिक संकट में फंस गया है और कनाडा सरकार ने उसके सभी अकाउंट सील कर दिए हैं. इसलिए उसे आर्थिक मदद की जरूरत है.

शातिर ठग ने कहा कि उसने भारत में राहुल पांडे नाम के व्यक्ति को फंड ट्रांसफर करने के लिए अपना एजेंट नियुक्त कर रखा है. इसके बाद राहुल पांडे की कॉल दर्शन लाल के पास आई और उसके दिए गए 7 अकाउंट्स में अलग-अलग समय पर कुल 38 लाख 35 हजार रूपए ट्रांसफर कर दिए. दर्शन लाल का कहना है कि शक होने पर उसने अपने दोस्त राजेंद्र बतरा को कई बार कॉल भी किया लेकिन कनाडा और भारत के समय में अंतर होने की वजह से कॉल रिसीव नहीं हुई. बाद में दर्शन लाल ने अपने बेटे को इस बारे में सूचित किया. तब पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है.

इस बारे में पंजाब नेशनल बैंक (Rohtak Punjab National Bank) की ब्रांच को भी सूचित कर दिया गया. बाद में साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी गई. पुलिस ने 15 दिसंबर को शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 419, 420 के तहत केस दर्ज किया था. साइबर पुलिस स्टेशन के एसएचओ कुलदीप कुमार ने बताया कि जांच टीम ने इस वारदात में शामिल आरोपी बिहार के मोतीहारी चंपारण निवासी दीपक और नितेश को गिरफ्तार कर लिया है.

दोनों आरोपियों को 24 दिसंबर को बिहार की स्थानीय कोर्ट में पेश कर 72 घंटे का राहदारी रिमांड हासिल किया गया है. मंगलवार को रोहतक कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के आदेश पर 6 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया. एसएचओ ने बताया कि गिरोह में शामिल बाकी आरोपियों को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. ये दोनों आरोपी गिरोह में शामिल अन्य ठगों को बैंक अकाउंट नंबर, एटीएम नंबर और आधार कार्ड की जानकारी प्रदान करते थे.

ये भी पढ़ें- बैंक के रिटायर्ड एडिशनल चीफ मैनेजर से ठगी, दोस्त बनकर अकाउंट में ट्रांसफर कराए 38 लाख 35 हजार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.