रोहतक: भालौठ गांव के माउंट लिटेरा जी स्कूल बेचने के नाम पर आरसी एजुकेशन सोसाइटी (Rc Education Society Of Rewari) से 4 करोड़ 85 लाख रूपए ठग लिए गए. स्कूल के लिए सौदा 6 करोड़ 99 लाख रूपए में तय हुआ था लेकिन स्कूल का संचालन कर रही शिक्षा समिति के पदाधिकारियों ने कई और जगह भी इसी स्कूल का सौदा कर रखा था. हालांकि ठगी का पता चलते ही आरसी एजुकेशन सोसाइटी की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई. आईएमटी पुलिस स्टेशन ने इस संबंध में धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है.
मिली जानकारी के मुताबिक रेवाड़ी की आरसी एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष श्रीभगवान कोसली के रहने वाले हैं. इस सोसाइटी की ओर से आरपीएस पब्लिक स्कूल कोसली का संचालन किया जा रहा है. वे रोहतक शहर के आसपास भी एक अच्छा स्कूल चलाने के इच्छुक थे. इसी नाते रोहतक में जमीन की तलाश कर रहे थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात सीए सचिन भुटानी से हुई.
भुटानी ने बताया कि रोहतक- सोनीपत रोड पर भालौठ गांव के नजदीक माउंट लिटेरा जी स्कूल बिक्री के लिए उपलब्ध है. इस स्कूल का संचालन ज्ञान शिक्षा समिति कर रही है जिसके बाद इस समिति के प्रधान परमजीत देशवाल और सचिव सुमन लता से मुलाकात हुई. इसी दौरान स्कूल की बिल्डिंग का भी मुआयना किया गया.
शिक्षा समिति के अध्यक्ष, सचिव और अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि समिति की वित्तीय स्थिति खराब है. वे स्कूल चलाने में असमर्थ हैं. इसी कारण वे स्कूल बेचना चाहते हैं. श्रीभगवान को बताया गया कि शिक्षा समिति पर पंजाब नेशनल बैंक का 4 करोड़ 36 लाख रूपए से अधिक का कर्ज भी है जिसका भुगतान किया जा रहा है.
दोनो कमेटियों के बीच स्कूल का सौदा 6 करोड़ 99 लाख रूपये में तय हुआ. ज्ञान शिक्षा समिति समिति के पदाधिकारियों की बातों में आकर श्रीभगवान ने 14 फरवरी 2022 को 3 करोड़ 48 लाख रूपये ज्ञान शिक्षा समिति के पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट और 88 लाख रूपए परमजीत देशवाल के अकाउंट में जमा करा दिए. साथ ही परमजीत को 14 लाख रूपए नकद भी दे दिए. 25 फरवरी को जब इकरारनामा लिखित की कार्यवाही हुई उस समय स्कूल समिति के बैंक अकाउंट में 35 लाख रूपए और जमा करा दिए.
इस प्रकार कुल मिलाकर 4 करोड़ 85 लाख रूपए दे दिए गए. फिर तय हुआ कि 10 मार्च को ज्ञान शिक्षा समिति के अध्यक्ष परमजीत आरसी एजुकेशन सोसाइटी के नाम स्कूल करा देगा. इस बीच 28 फरवरी को आरसी एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष माउंट लिटेरा जी स्कूल में थे तो वहां रोहतक के रहने वाले विनोद कुमार और दिल्ली का रहने वाले जगवीर ने बताया कि इस स्कूल का तो पहले ही सौदा हो चुका है. सेक्टर-14 की रहने वाली राजबाला ने भी इसी स्कूल का सौदा किया हुआ है.
श्रीभगवान ने इस बारे में शिक्षा समिति के प्रधान परमजीत, सचिव सुमनलता और अन्य पदाधिकारियों से संपर्क किया तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इसके बाद इस मामले की शिकायत पुलिस को दी गई. आईएमटी पुलिस स्टेशन ने ज्ञान शिक्षा समिति के अध्यक्ष परमजीत, सचिव सुमनलता और अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 420, 120 बी के तहत केस दर्ज कर लिया है.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP