रोहतक: पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने बेमौसमी बरसात की वजह से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए एक लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिए जाने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने शुक्रवार को रोहतक जिले के प्रभावित गांवों के किसानों को साथ लेकर एडीसी महेंद्रपाल को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान एडीसी ने आश्वासन दिया कि वे राज्यपाल तक किसानों की मांगों को पहुंचा देंगे.
इस दौरान पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने करीब 3 दर्जन गांवों का दौरा किया है. इन गांवों में किसानों की गेहूं व सरसों की हजारों एकड़ में फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. कई गांवों में तो 100 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है. पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को किसानों की मदद के लिए आगे आना चाहिए. हालांकि सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश दे दिए हैं.
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वहीं, उन्होंने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल को लेकर भी सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए. कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी होता है और वह देश के लिए अनाज पैदा करता है. अगर तुरंत प्रभाव से किसान की मदद नहीं हुई तो किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच जाएगा. गौरतलब है कि हाल ही में प्रदेश के कई हिस्सों समेत रोहतक में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है.
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तुरंत ही विशेष गिरदावरी के आदेश दे दिए थे लेकिन किसानों को क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 72 घंटे के भीतर आवेदन करना होगा. इस पोर्टल को लेकर भी किसानों को परेशानी आ रही है. वहीं, कुछ किसान अनपढ़ होने और इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से तय समय सीमा में आवेदन नहीं कर सके.