रोहतक: बुधवार को चिड़ी गांव रोहतक में 44 एकड़ में गेहूं और फांस जलकर राख हो गया. खबर है कि चिड़ी गांव में गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई. हवा तेज होने की वजह से देखते ही देखते आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया और 44 में गेहूं की फसल और फांस को जलाकर राख कर दिया. जिसके बाद किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. किसानों ने कहा कि किसी के फसल बेचकर कर्ज चुकाना था तो किसी के बच्चों की शादी करनी थी.
![fire in wheat crop in rohtak](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18295596_wheat.jpg)
उनके सारे सपने जलकर स्वाह हो गए. बताया जा रहा है कि बीती रात करीब 3 बजे ये आग लगी थी. तेज हवा के चलते आग फैलती चली गई. सूचना मिलने पर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. जैसे ही सूचना अधिकारियों को मिली तो वो भी मौके का मुआयना करने आ गए. आग लगने की वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है. किसानों के मुताबिक 44 एकड़ में कई एकड़ में गेहूं की खड़ी फसल थी.
![fire in wheat crop in rohtak](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18295596_farmres.jpg)
जिन्हें आज या कल में कट जाना था. किसानों का कहना है कि इस बार गेहूं की फसल बेचकर वो अपना कर्ज उतारना चाहते थे. कोई किसान अपने बच्चों की शादी करना चाहता था, कोई घर बनाना चाहता था, लेकिन अचानक लगी आग ने उनके सपनों को जलाकर राख कर दिया. किसानों के मुताबिक पहले की बेमौसम बारिश से उनकी फसल खराब हो गई. रही सही कसर अब पूरी हो गई.
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किसानों ने मांग की है कि उन्हें कम से कम ₹50000 प्रति एकड़ मुआवजा मिलना चाहिए, ताकि वो नुकसान की भरपाई कर सके. मौके पर पहुंचे पटवारी प्रवीण ने बताया कि जली हुई फसलों में 100% तक नुकसान है जिसकी एक रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों तक भेजी जाएगी.