रोहतक: केंद्र सरकार ने किसानों के लिए लाए तीन अध्यादेशों का बिल लोकसभा में पास कर दिया है. जिसको लेकर किसानों और आढ़तियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. किसानों का कहना है कि ये बिल किसानों और आढ़तियों को खत्म करने वाला बिल है और इन तीनों अध्यादेशों को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए.
शुक्रवार से रोहतक की अनाज मंडी में किसानों और आढ़तियों ने मिलकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. आढ़ती हड़ताल पर चले गए और ऐलान कर दिया कि 20 सितंबर को पूरे प्रदेश में जिला उपायुक्तों का घेराव किया जाएगा. रोहतक अनाज मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान डिंपल का कहना है कि ये बिल किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर देगा.
कृषि विधेयक को लेकर नाराज़ किसानों ने गुस्से में विधेयक से जुड़े दस्तावेजों को जला दिया. धरने में शामिल होने आए किसान वीरेंद्र सिंह का कहना है कि ये बिल किसानों को खत्म करने वाला बिल है. 1938 में जो मंडी एक्ट बना था, तो किसानों को बहुत फायदा हुआ था, लेकिन जब एमएसपी ही नहीं रहेगा तो किसान की फसल कैसे बिक पाएगी. खरीददार एक होगा तो इससे किसान को ही नुकसान होने वाला है.
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ऐसे में वे इस अध्यादेश को किसी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे और उनका ये आंदोलन इसी तरह से चलता रहेगा. वे मांग करते हैं कि इन तीनों अध्यादेशों को तुरंत वापस लिया जाए या एमएसपी को लेकर सरकार चौथा अध्यादेश लेकर आए. प्रदर्शनकारियों की तरफ से कहा गया है कि यदि सरकार ने अध्यादेश वापस नहीं लिए तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे.