रोहतक: हरियाणा में इन दिनों साइबर ठग शातिराना अंदाज से लोगों के अकाउंट से लाखों करोड़ों रुपये की लूट को अंजाम देने में कामयाब हो रहे हैं. ये साइबर ठग जिसको निशाना बनाते हैं, उसको अपने जाल में फसाने के लिये तरह तरह के लालच देते हैं. जिसकी वजह से कई लोग इनके शिकार होते जा रहे हैं. जिला रोहतक में 10 दिसंबर को एक बड़ी साइबर ठगी से हर वर्ग सहम उठा.
दरअसल, कुछ लोगों ने दस गुना रिटर्न देने का लालच देकर एक बुजुर्ग से करोड़ों रुपये ठग लिए. घटना शहर के डीएलएफ कॉलोनी की थी, जहां रहने वाले एक बुजर्ग अर्जुन दुआ से कॉल इंडिया कंपनी इन्वेस्ट के नाम पर करोड़ों रुपये की लूट की गई थी. अर्जुन को दस गुना रिटर्न देने का लालच देकर साइबर अपराधियों ने 1 करोड़ 81 लाख 77 हजार रुपये लूट लिए. इसी साइबर पुलिस ने छापेमारी करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया ये भी गया है, की ये किसी गैंग से जुड़े हैं. जिनका काम लोगों को झांसा दे कर कई महीनों तक अपने जाल में फसा कर फ्रॉड करने का होता है.
70 साल के अर्जुन दुआ ने बताया की वह नट बोल्ट कंपनी में इंजीनियर था, अब रिटायर हो चुका है. जबकि उसकी पत्नी शकुंतला देवी साल 2016 में पीजीआई से बतौर स्टाफ नर्स रिटायर हुई थी. उसने लाइफ इंशोरेंस कंपनी से पॉलिसी करवाई है. 24 जून को किसी महिला का इंशोरेंस से सम्बंधित ही कॉल आता है और ये बताया जाता है की उसने कोल कंपनी में 225 करोड़ का निवेश किया है.
अगर आप भी निवेश करना चाहे तो आपको कई गुना मुनाफा होगा. आपके शेयर 6 रुपये 27 पैसे के हिसाब से बेचेंगे. तीन माह बाद 66 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से शेयर वापस लेंगे. वह उनकी बातों में आ गया. आरोपियों ने बताए खातों में करीब 1 करोड़ 81 लाख 77 हजार 129 रुपये निवेश करवा लिए. बुज़ुर्ग ने बताया की उसने अलग-अलग जगह से पैसे उधार लिये थे, शर्म के मारे वो कई महीने चुप रहे लेकिन अब वापिस मांगने आ रहे हैं.
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पूरे 2 महीने बाद आरोपियों की गिरफ़्तारी कर साइबर सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने बताया की मामले में चार आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई है. जिन्हे पंजाब और दिल्ली से पकड़ा गया है. आरोपी विषाल, करणदीप, बुधराम और अंकित को कोर्ट में पेश कर रिमांड में लिया गया है. एक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. साथ ही पैसे कहा छिपाए हैं और रिकवर के लिए पूछताछ जारी है. गौरतलब है की पिछले 2 महीने से रोहतक साइबर सेल इतने बड़े अमाउंट के साइबर फ्रॉड को लेकर लगातार अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रहा था. 9 फरवरी को चारो को अरेस्ट किया गया है फिलहाल इस मामले में मुख्य रूप से कौन शामिल है ये जांच का विषय है.
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