रोहतक: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने शनिवार को श्री जोरावर सिंह जैन धर्मशाला पहुंचकर जैन समाज के तमाम गणमान्य नागरिकों से मुलाकात की. उन्होंने रेलवे रोड पर जैन स्थानक का मुआयना भी किया. समाज के लोगों ने पूर्व मंत्री के समक्ष बीते दिन की घटना के बारे में विस्तार से जानकारी रखी. उन्होंने बताया कि नगर निगम के कुछ कर्मचारियों ने जैन स्थानक के निर्माणाधीन भवन में तोड़फोड़ की थी.
जैन समाज के प्रबुद्ध नागरिकों की बात सुनने के बाद इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए पूर्व मंत्री ग्रोवर ने कहा कि जिस दिन यह घटना घटी, उस दिन करीब 11 बजे उनके पास बेटे का फोन आया और बताया कि रेलवे रोड पर इस तरह की घटना घट गई है. इसके बाद वार्ड पार्षद डिंपल जैन और पार्षद प्रतिनिधि अमित जैन से फोन पर बात की और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली. मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम रोहतक और नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर से टेलीफोन पर बातचीत की और सख्त हिदायत दी कि इसे तुरंत प्रभाव से रोका जाए.
पूर्व मंत्री ने कहा कि मंदिरों में हमारी आस्था है. ऐसी घटना किसी भी सूरत में सहन नहीं होगी. पूर्व मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि जैन समाज इस मंदिर को भव्य बनाए. अगर भविष्य में कोई मंदिर तोड़ने की हिम्मत करेगा तो उसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी और सरकार जैन समाज के साथ खड़ी है. जैन समाज जो भी ड्यूटी लगाएगा, उसे पूरा करवाया जाएगा. जहां तक इस घटना की बात है, यह बेहद निंदनीय है. पूर्व मंत्री ने कहा कि समाज के लोग कमेटी का गठन कर आगामी कार्यवाही करें.
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बता दें कि, शहर के रेलवे रोड स्थित जैन स्थानक के निर्माणाधीन भवन में नगर निगम की टीम द्वारा शुक्रवार को अवैध निर्माण तोड़े जाने पर हंगामा हो गया था. मौके पर पहुंचे जैन समाज के लोगों ने निगम की कार्रवाई का जमकर विरोध किया था. बाद में एसडीएम राकेश कुमार सैनी भी बीच बचाव के लिए पहुंचे. एक दिन पहले ही डीसी व एसपी ने यहां का दौरा कर अवैध निर्माणों को गिराने की बात कही थी.
दरअसल रेलवे रोड पर एसएस जैन सभा द्वारा जैन स्थानक के चार मंजिला नए भवन का निर्माण कराया जा रहा है. जिसका अगला हिस्सा अवैध तौर पर बनाया गया है. नगर निगम की टीम शुक्रवार सुबह के समय जैन स्थानक पहुंच गई और अवैध निर्माण को गिराना शुरू कर दिया. जैन समाज के लोगों को जैसे ही यह खबर लगी वे रेलवे रोड पर एकत्रित होना शुरू हो गया और निगम की कार्रवाई का जमकर विरोध किया. जैन समाज के लोगों ने निगम के अधिकारियों की गाड़ी को भी घेर लिया.