चंडीगढ़ः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की है. उन्होंने कहा कि हालात के मारे गरीब मजदूरों पर लाठी बरसाना अमानवीय है.
सरकार को इस मुश्किल दौर में मजदूरों से संवेदना के साथ पेश आना चाहिए. सरकार को कोशिश करनी चाहिए कि किसी मजदूर को यहां से पलायन ना करना पड़े. उनके लिए रहने, खाने-पीने, तुरंत राहत राशि या रोजगार की व्यवस्था की जाए.
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यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर लाठी बरसाना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को इस मुश्किल दौर में मजदूरों से संवेदना के साथ पेश आना चाहिए। इनके लिए बस या ट्रेन चलाने की बजाए सरकार इनपर लाठियां चला रही है। हालात के मारे ग़रीब मजदूरों पर लाठी बरसाना अमानवीय है। pic.twitter.com/cn7LjowpVc
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— Bhupinder S Hooda (@BhupinderSHooda) May 17, 2020यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर लाठी बरसाना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को इस मुश्किल दौर में मजदूरों से संवेदना के साथ पेश आना चाहिए। इनके लिए बस या ट्रेन चलाने की बजाए सरकार इनपर लाठियां चला रही है। हालात के मारे ग़रीब मजदूरों पर लाठी बरसाना अमानवीय है। pic.twitter.com/cn7LjowpVc
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हुड्डा ने कहा कि अगर सरकार ऐसा करने में सक्षम नहीं है या गरीब मज़दूर घर जाना चाहते हैं तो प्रवासियों के घर जाने का उचित बंदोबस्त किया जाना चाहिए, लेकिन सरकार ऐसा करने में भी सक्षम नज़र नहीं आ रही है और मजदूरों को पैदल ही सैंकड़ों किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है. इनके लिए बस या ट्रेन चलाने की बजाए सरकार इन पर लाठियां चला रही है.
'पीजीआई पर पड़ रहा कोरोना मरीजों का दबाव'
नेता प्रतिपक्ष ने एक और गंभीर मुद्दे की तरफ सरकार का ध्यान खींचते हुए आग्रह किया कि गुरुग्राम और दूसरे कई ज़िलों से ज्यादातर कोरोना मरीजों को पीजीआई रोहतक रेफर किया जा रहा है.
इससे पीजीआई पर दबाव बढ़ता जा रहा है. दूसरी बीमारियों का इलाज सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है, इसलिए सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोरोना मरीजों को आसपास के ही अस्पतालों में इलाज मिले.