रोहतकः हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ही नहीं विपक्ष ने भी कमर कस ली है. सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में कांग्रेस और बसपा एक साथ चुनाव लड़ सकते हैं. कांग्रेस और बसपा के गठबंधन की चर्चाओं पर सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि बीजेपी के सामने सभी गठबंधन फेल है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा को 36 बिरादरी का आशीर्वाद मिला है, इसलिए अबकी बार बीजेपी सरकार सत्ता में वापसी करेगी.
'सारे गठबंधन फेल'
अरविंद शर्मा रोहतक में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहंचे थे. पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी 36 बिरादरी की सरकार है और मनोहर लाल खट्टर की जन आशीर्वाद यात्रा को सबका आशीर्वाद और समर्थन मिला है. उन्होंने कहा कि जितना जनसमर्थन बीजेपी और मनोहर लाल खट्टर को मिला है, उससे साबित होता है कि उनके 5 साल का जो रिकॉर्ड है, वो बेहद अच्छा रहा है. उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी राजनीतिक दल एक साथ आ जाए, इससे बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं 8 सितंबर को रोहतक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर अरविंद शर्मा ने कहा कि पीएम की रैली ने विपक्ष की तमाम रैलियों के रिकॉर्ड तोड़ दिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष के सारे गठबंधन बीजेपी के सामने फेल है.
चुनावी मैदान मजबूत करने रोहतक आए PM
8 सितंबर को रोहतक में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली संभवत: चुनाव आचार संहिता से पहले आखिरी रैली थी. इसीलिए उन्होंने अपनी रैली के जरिए बीजेपी के लिए हरियाणा में चुनावी मैदान को मजबूत करने का काम किया. लोकसभा चुनाव की बंपर जीत से बीजेपी नेताओं का विश्वास भी बढ़ा है. पीएम ही नहीं सीएम से लेकर विधायक तक अब जनता के बीच उतर कर लोक लुभावनी वादे करते नजर आ रहे हैं.
नए गठबंधन की सुगबुगाहट !
विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी सरगर्मी तेज है. एक ओर जहां कांग्रेस बिना संगठन के चुनावी मैदान में उतरने की बात कर रही है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ने का फैसला किया है. वहीं बात करें विपक्ष की तो अब हरियाणा कांग्रेस ने भी पार्टी में अहम बदलाव करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधानसभा चुनाव की कमान सौंपी है. इसके अलावा कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से गठबंधन तोड़ चुकी बसपा अब कांग्रेस के साथ मिलकर हरियाणा में बीजेपी को चुनौती दे सकती है. हालांकि अभी तक तो बसपा ने कांग्रेस के साथ लड़ने की संभावनाओं को नकारा है.