रोहतक: प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी (bond policy in haryana) के विरोध में हरियाणा के 4 मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी मंगलवार को पीजीआईएमएस रोहतक में जुटेंगे. इस दौरान डायरेक्टर ऑफिस के सामने संयुक्त विरोध प्रदर्शन (students protest in rohtak) होगा और आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी. 2 दिन पहले पीजीआईएमएस के विद्यार्थियों ने प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज का दौरा कर समर्थन मांगा था.
ऐसे में 15 नवंबर को पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज सोनीपत व शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नूंह के विद्यार्थी यहां जुटेंगे. एमबीबीएस विद्यार्थियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने बॉन्ड पॉलिसी के नाम पर आर्थिक बोझ डाल दिया है. जिसके तहत उन्हें प्रति वर्ष 10 लाख व चार साल में 40 लाख रुपए देने होंगे.
छात्रों ने कहा कि ऐसे में वे पढ़ाई से पहले ही लाखों के कर्ज तले दब जाएंगे, तो वो जन सेवा करेंगे या कर्ज कम करने को ध्यान में रखेंगे. इसलिए बॉन्ड पॉलिसी रद्द की जाए. गौरतलब है कि पीजीआईएमएस में बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ एक नवंबर से आंदोलन की शुरूआत हुई थी. 2 नवंबर से विद्यार्थियों ने पीजीआईएमएस में धरने की शुरूआत की थी. इस आंदोलन को प्रदेश भर से समर्थन मिल रहा है. मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने भी विद्यार्थियों का समर्थन किया है.
वहीं, हरियाणा स्टेट मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने भी पीजीआईएमएस में धरना दे रहे विद्यार्थियों का समर्थन किया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर आरबी जैन ने कहा कि इन विद्यार्थियों की मांग जायज है. ऐसे में सरकार को तुरंत प्रभाव से ये पॉलिसी रद्द करनी चाहिए. उधर, पीजीआईएमएस के रिटायर्ड चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉक्टर आरएस दहिया ने धरनास्थल पर पहुंचकर प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी का विरोध किया. उन्होंने कहा कि बॉन्ड पॉलिसी के जरिए सरकार विद्यार्थियों को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखना चाहती है.