रेवाड़ी: कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बाद देश में लगा लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों पर भारी पड़ रहा है. वे ना तो अपने घर जा सकते हैं और ना ही परिवार के बेहतर तरीके से पेट पाल सकते हैं. यूपी के बांदा जिले के मुहूखर गांव के रहने वाले बाबू पिछले दो सालों से हरियाणा के रेवाड़ी में मजदूरी कर रहे हैं. उसकी पत्नी बांदा में ही रहती है. लॉकडाउन के बाद बाबू के पांच साल के बेटा ज्ञान की पानी में डूबने से मौत हो गई. परिवार के लोगों ने मृत बेटे को सीने से लगाकर विलाप करती हुई उसकी पत्नी का एक वीडियो उसके व्हाट्सएप पर भेजा है.
वीडियो देखने के बाद से पीड़ित पिता को इस दु:ख की घड़ी में अपने परिवार के पास जाने के लिए पीएम मोदी से फरियाद कर रहा है. ताकि इस दु:ख की घड़ी में वह अपनी पत्नी का सहारा बन सके. मजदूर बाबू ने बताया कि वह यूपी के बांदा जिले से 6 किलोमीटर दूर मुहूखर गांव का रहने वाला है.
उसने बताया कि वह परिवार का पेट पालने के लिए दो साल पहले रेवाड़ी आया था. बाबू ने बताया कि उसका पांच साल का बेटा ज्ञान सिंह खेलते समय पानी के हौद में डूब गया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. लेकिन वह लॉकडाउन के चलते घर नहीं जा पा रहा है. बाबू ने प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाई है. बाबू ने बताया कि घर पर उसकी पत्नी सुदेश, 11 साल का बेटी रेशमा, 8 साल का बेटा मानसिंह और साढ़े 6 साल का बेटा जय है.
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