पानीपत: हरियाणा के जिला पानीपत से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जाने वाली सड़क पिछले पांच सालों से बदहाली के आंसू बहा रही है. इन दिनों तेज हो रही बारिश के चलते रोड की हालत और भी ज्यादा चिंताजनक हो गई है. इसी रोड से सभी लोग यूपी और उत्तराखंड की तरफ आवागमन करते हैं. 4 जुलाई से सावन महीने के शुरू होते ही शिव भक्त कांवड़ यात्रा के लिए रवाना होंगे. ऐसे में इन दिनों हरिद्वार जाने वाली इस रोड पर भारी जलभराव की स्थिति बनी हुई है. यहां से आवाजाही करने में वाहन चालकों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि पैदल चलने वाले लोगों को इसी गंदे पानी से होकर गुरजना पड़ेगा.
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आपको बता दें कि संजय चौक से सनौली होती हुई केराना, शामली, हरिद्वार, ऋषिकेश, मुजफ्फरनगर, मेरठ आदि शहरों को ये सड़क जोड़ती है. पिछले पांच साल से यह रोड मार्बल मार्केट के साथ लगते हुए उग्राखेड़ी गांव पानीपत में पूरी तरह से टूट चुकी है. यहां सड़कों पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं. जिसके कारण सड़क पर हमेशा जलभराव होता है और वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
लगातार स्थानीय लोगों की गुहार के बाद भी यह रोड ठीक नहीं हो पाई. यही कारण है कि विपक्ष लगातार सड़क पर जलभराव और दुर्घटनाओं को लेकर यह मुद्दा उठा कर प्रदर्शन करता आ रहा है. लेकिन प्रशासन पर उनके विरोध प्रदर्शन का भी कोई असर नहीं पड़ रहा है. शिव भक्त कांवड़ यात्रा के लिए भी इसी रस्ते से होकर गुजरते हैं. प्रशासन की ओर से यहां पर लोगों की सुविधाओं को लेकर किसी तरह की कोई भी व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है.
जब इस बारे में पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा से बात की गई, तो उन्होंने कहा हरिद्वार रोड को बनाने के लिए जल्द ही टेंडर दे दिया जाएगा. कुछ समस्याएं सामने आ रही थी, जिससे इस रोड को बनाने में देरी हुई है. पिछले वर्ष कावड़ यात्रा में कांवड़ियों को परेशानी हुई थी. इस बार शिव भक्तों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों से इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है. कितनी गाड़िया यहां से गुजरते हुए खराब हो जाती हैं. यहां से गुजरने वाले राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन प्रशासन के साथ-साथ अब सभी मूकदर्शक बन कर देखते रहते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब इतने साल से इसकी तस्वीर नहीं बदली तो अब क्या बदलेगी.
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