रेवाड़ी: मांगे पूरी न होने के चलते रोडवेज कर्मचारी सरकार के गले की फांस बनते जा रहे हैं. इसी के चलते अपने 6 चरणों के नागरिक सम्मेलन के तहत रोडवेज कर्मचारियों ने रेवाड़ी में गेट मीटिंग कर जोरदार नारेबाजी की.
रोडवेज कर्मचारी नेताओं का कहना है कि इन सम्मेलनों का उद्देश्य आम जनता को जागरूक करना है. सरकार रोडवेज विभाग को बेचने पर उतारू है. समय-समय पर इस तरह के हमले करवाकर कर्मचारियों को सरकार बर्बाद करना चाहती है. बीते दिन चीफ जस्टिस ने भी माना है कि 510 बसों के घोटाले को रोकने के लिए कर्मचारियों ने अपनी नौकरी दांव पर लगाई थी.
साथ ही कर्मचारियों ने बताया कि अगर हम सही हैं तो सरकार हमारी विक्टिमाइजेशन बहाल करे और लूट का षड्यंत्र रचने वाले दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेजे. सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त है. हम जनता को अपनी सेवाएं देना चाहते हैं. साथ ही हम इस बात को लेकर भी सरकार से बहस करने के लिए तैयार है कि विभाग घाटे में नहीं, बल्कि फायदे में है.
कर्मचारियों का कहना है कि 2 अगस्त को 6 चरणों का सम्मेलन संपन्न होने के बाद तालमेल कमेटी की बैठक बुलाकर तीखे आंदोलन की घोषणा की जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.