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मनेठी AIIMS को लेकर याद किए जाएंगे पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली - AIIMS

हरियाणा के रेवाड़ी में एम्स निर्माण का सपना अब लटका हुआ दिखाई दे रहा है. आपको बता दें कि पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली ने रेवाड़ी के मनेठी में एम्स निर्माण को लेकर 2019 के अंतरिम बजट में बजट का प्रावधान किया था. लेकिन जाने किस कारण से एम्स का निर्माण नहीं हो पाया है ?

rewari's people demanding aiims in manethi
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Published : Aug 26, 2019, 11:18 AM IST

रेवाड़ी: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का बीते शनिवार को 66 साल की उम्र में निधन हो गया था. उनके निधन के बाद राजनीति में खालीपन-सा आ गया था. आपको बता दें कि अरुण जेटली का हरियाणा से भी खास लगाव था.

2019 के अंतरिम बजट में की थी एम्स बनाने की पहल

जब-जब हरियाणा में एम्स की बाद होगी, तब-तब अरुण जेटली के एम्स निर्माण को लेकर दिया गया योगदान को भी जरुर याद किया जाएगा. अंतरिम बजट 2019 में उन्होंने हरियाणा के मनेठी में एम्स निर्माण को मंजूर करते हुए 1299 करोड़ रुपये का बजट पास किया था.

इस कारण नहीं बन पाया एम्स

उनके निधन के बाद अब ऐसा लग रहा है कि मनेठी में एम्स निर्माण का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा. क्योंकि मनेठी में एम्स को लेकर जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार जो 200 एकड़ जमीन मनेठी ग्राम पंचायत ने एम्स निर्माण के लिए दी थी, पर्यावरण मंत्रालय द्वारा उसके वन्य-जीव जंतुओं के लिए आरक्षित होने की पुष्टि करते हुए यह कहा था कि इस जमीन पर सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है. जिस कारण मनेठी में एम्स निर्माण का सपना अधर में पड़ा हुआ है.

रेवाड़ी में एम्स की मांग तेज, क्लिक कर देखें वीडियो

एम्स निर्माण पर को लेकर राजनीतिक रस्साकशी भी हुई शुरू

अब इस एम्स निर्माण को लेकर राजनीति रस्साकशी भी शुरू हो गई है. एम्स ना बनने को लेकर कांग्रेस नेता ने सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि या तो एम्स या फिर बीजेपी बाहर. रेवाड़ी के मनेठी में एम्स को लेकर जनता के साथ साथ विपक्ष भी इसकी मांग तेज कर रहा है. आपको बताते चले कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक है.

रेवाड़ी: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का बीते शनिवार को 66 साल की उम्र में निधन हो गया था. उनके निधन के बाद राजनीति में खालीपन-सा आ गया था. आपको बता दें कि अरुण जेटली का हरियाणा से भी खास लगाव था.

2019 के अंतरिम बजट में की थी एम्स बनाने की पहल

जब-जब हरियाणा में एम्स की बाद होगी, तब-तब अरुण जेटली के एम्स निर्माण को लेकर दिया गया योगदान को भी जरुर याद किया जाएगा. अंतरिम बजट 2019 में उन्होंने हरियाणा के मनेठी में एम्स निर्माण को मंजूर करते हुए 1299 करोड़ रुपये का बजट पास किया था.

इस कारण नहीं बन पाया एम्स

उनके निधन के बाद अब ऐसा लग रहा है कि मनेठी में एम्स निर्माण का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा. क्योंकि मनेठी में एम्स को लेकर जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार जो 200 एकड़ जमीन मनेठी ग्राम पंचायत ने एम्स निर्माण के लिए दी थी, पर्यावरण मंत्रालय द्वारा उसके वन्य-जीव जंतुओं के लिए आरक्षित होने की पुष्टि करते हुए यह कहा था कि इस जमीन पर सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है. जिस कारण मनेठी में एम्स निर्माण का सपना अधर में पड़ा हुआ है.

रेवाड़ी में एम्स की मांग तेज, क्लिक कर देखें वीडियो

एम्स निर्माण पर को लेकर राजनीतिक रस्साकशी भी हुई शुरू

अब इस एम्स निर्माण को लेकर राजनीति रस्साकशी भी शुरू हो गई है. एम्स ना बनने को लेकर कांग्रेस नेता ने सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि या तो एम्स या फिर बीजेपी बाहर. रेवाड़ी के मनेठी में एम्स को लेकर जनता के साथ साथ विपक्ष भी इसकी मांग तेज कर रहा है. आपको बताते चले कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक है.

Intro:रेवाड़ी, 25 अगस्त।
हरियाणा के मनेठी में बनने वाले एम्स का जब भी जिक्र चलेगा उस समय सबसे पहले पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली को हमेशा याद किया जाएगा।


Body:भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा में सरकार बनने के बाद 2015 में हुई बावल रैली में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रेवाड़ी के मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी। लेकिन कई तरह के दावपेच के चलते यह घोषणा सिरे नही चढ़ सकी थी। लेकिन भाजपा की मोदी सरकार के अंतरिम बजट में पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की कलम से यह ऐतिहासिक काम हुआ और उन्होंने हरियाणा के मनेठी में एम्स मंजूर करते हुए 1299 करोड़ रुपये का बजट भी पास कर दिया गया।
मनेठी में एम्स को लेकर जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार जो 200 एकड़ जमीन मनेठी ग्राम पंचायत ने एम्स निर्माण के लिए दी थी वह पर्यावरण मंत्रालय द्वारा वन्य-जीव जंतुओं के लिए आरक्षित होने की पुष्टि करते हुए यह भी बताया गया कि इस जमीन पर सुप्रीमकोर्ट की बगैर अनुमति के कोई भी निर्माण कार्य नही किया जा सकता है। इस बात ने एम्स निर्माण को खटाई में जरूर डाल दिया हो लेकिन आज भी मनेठी सहित जिले की जनता जी जान से मनेठी में एम्स बनवाने का प्रयास कर रही है। रेवाड़ी के मनेठी में एम्स को लेकर जनता के साथ साथ विपक्ष भी इसकी पैरवी कर रहा है। मनेठी के ग्रामीणों ने अब तक इसके लिए भूख हड़ताल, आंदोलन व गिरफ्तारियां तक दी है।
देश के पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली के अंतरिम बजट में यह एम्स पास हुआ। अब सभी का यहीं मामना है कि जब भी मनेठी के एम्स का जिक्र होगा तब तब जेटली जी को सदैव याद किया जाएगा।
बाइट--वंदना पोपली, भाजपा प्रवक्ता हरियाणा।
बाइट--रणधीर सिंह कापड़ीवास, विधायक रेवाड़ी।
स्पीच--अशोक तंवर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष।
स्पीच--जवाहर लाल, स्थानीय नेता।


Conclusion:अब देखना होगा कि हरियाणा के मनेठी के लिए जेटली की कलम से लिखा हुआ रेवाड़ी का सुनहरी भविष्य बना पायेगा या नही....
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