रेवाड़ी: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का बीते शनिवार को 66 साल की उम्र में निधन हो गया था. उनके निधन के बाद राजनीति में खालीपन-सा आ गया था. आपको बता दें कि अरुण जेटली का हरियाणा से भी खास लगाव था.
2019 के अंतरिम बजट में की थी एम्स बनाने की पहल
जब-जब हरियाणा में एम्स की बाद होगी, तब-तब अरुण जेटली के एम्स निर्माण को लेकर दिया गया योगदान को भी जरुर याद किया जाएगा. अंतरिम बजट 2019 में उन्होंने हरियाणा के मनेठी में एम्स निर्माण को मंजूर करते हुए 1299 करोड़ रुपये का बजट पास किया था.
इस कारण नहीं बन पाया एम्स
उनके निधन के बाद अब ऐसा लग रहा है कि मनेठी में एम्स निर्माण का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा. क्योंकि मनेठी में एम्स को लेकर जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार जो 200 एकड़ जमीन मनेठी ग्राम पंचायत ने एम्स निर्माण के लिए दी थी, पर्यावरण मंत्रालय द्वारा उसके वन्य-जीव जंतुओं के लिए आरक्षित होने की पुष्टि करते हुए यह कहा था कि इस जमीन पर सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है. जिस कारण मनेठी में एम्स निर्माण का सपना अधर में पड़ा हुआ है.
एम्स निर्माण पर को लेकर राजनीतिक रस्साकशी भी हुई शुरू
अब इस एम्स निर्माण को लेकर राजनीति रस्साकशी भी शुरू हो गई है. एम्स ना बनने को लेकर कांग्रेस नेता ने सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि या तो एम्स या फिर बीजेपी बाहर. रेवाड़ी के मनेठी में एम्स को लेकर जनता के साथ साथ विपक्ष भी इसकी मांग तेज कर रहा है. आपको बताते चले कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक है.